Farmers Protest: किसानों के दिल्ली कूच से पहले पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के जनरल सेक्रेटरी सरवन सिंह पंढ़ेर ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा- "हमारी देश हित में लड़ाई है. किसान मजदूरों की लड़ाई है. हमने सरकार के साथ बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश की लेकिन ये बातचीत सफल नहीं हुई."
"हमने समाधान खोजने की कोशिश की"- सरवन सिंह पंधेर
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा "हम पूरे देश के सामने ये बात रखना चाहते हैं कि कल हमने भरसक कोशिश की कल की मीटिंग में कि कोई निर्णय निकल जाए, जिससे हम सरकार से टकराव से बचें.
उन्होंने कहा...
"हमने एक समाधान खोजने की कोशिश की ताकि हमें सरकार के खिलाफ खड़ा न होना पड़े. हम उम्मीद कर रहे थे कि हमें कुछ दिया जाएगा. 5 घंटे की लंबी वार्ता में कल बैठक में हमने हरियाणा की स्थिति सामने रखी...पंजाब और हरियाणा के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. ऐसा लगता है कि ये दोनों राज्य अब भारत का हिस्सा नहीं हैं, इन्हें अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर माना जा रहा है...''
"MSP को ले कानूनी गारंटी दी जानी चाहिए"
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "हमने कहा है कि हम बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखेंगे. अगर सरकार चाहे तो कभी भी घोषणा कर सकती है. हालांकि, वे केवल हमारे विरोध को टालना चाहते हैं. MSP अधिनियम के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे एक समिति बनाएंगे. CACP ने 23 फसलों के लिए एमएसपी की सिफारिश की है.
उन्होंने आगे कहा, हमने उनसे कहा कि इस बारे में कानूनी गारंटी दी जानी चाहिए. सरकार को हमें एक तर्क देना चाहिए कि एक समिति बनाने के बजाय, ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता.
"हरियाणा को कश्मीर वैली बना दिया"
सरवन सिंह पंढेर ने आगे कहा "हमने उनके समक्ष हरियाणा के हालात रखे. हरियाणा को आपने बिलकुल कश्मीर की वैली बना दिया है. आप हरियाणा में हर गांव में पुलिस भेज रहे हैं, वॉटर कैनन भेजे आपने, हर गांव में पटवारी जा रहे हैं. हरियाणा के किसानों के रिश्तेदारों को तंग किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पासपोर्ट रद्द कर देंगे. इस तरह की प्रताड़ना अधिक से अधिक है. ऐसा लगता है कि पंजाब और हरियाणा भारत के दो राज्य नहीं, बल्कि इंटरनेशनल बॉर्डर बन गए हैं."
"कांग्रेस भी उतनी जिम्मेदार जितना बीजेपी"
सरवन सिंह पंधेर ने कांगेस को किसान कानून के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा,
"कांग्रेस पार्टी हमारा समर्थन नहीं करती है, हम कांग्रेस को भी उतना ही जिम्मेदार मानते हैं जितना बीजेपी को. क्योंकि ये कानून कांग्रेस ही लेकर आई है...हम किसी के पक्ष में नहीं हैं. हम किसानों की आवाज उठाते हैं..."
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के किसानों ने अपनी कई मांगों के लिए दिल्ली कूच का आह्वान किया है. इससे पहले सरकार के साथ 12 फरवरी की रात हुई कई घंटों की वार्ता बेनतीजा रही.
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