वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
वीडियो प्रोड्यूसर: शोहिनी बोस
उत्तराखंड के हरिद्वार में 12 अप्रैल को कुंभ के सोमवती अमावस्या के दूसरे 'शाही स्नान' के दौरान श्रद्धालुओं और साधुओं की भारी भीड़ देखी गई. भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कोरोना वायरस महामारी के भारी कहर के बावजूद भी प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने से हाथ खड़े कर दिए.
कुंभ मेला इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) संजय गुंज्याल के मुताबिक, हर की पौड़ी पर स्नान करने के लिए आम श्रद्धालुओं को सुबह 7 बजे तक अनुमति थी, इसके बाद यह इलाका अखाड़ों के लिए रिजर्व किया गया.
कुंभ मेला अधिकारी के मुताबिक, 30 अप्रैल तक चलने वाले इस मेले में इसके बाद 13 अप्रैल को नव संवत्सर का स्नान और 14 अप्रैल को बैसाखी का तीसरा 'शाही स्नान' भी है.
गुंज्याल ने 12 अप्रैल को कहा, ‘’हम लोगों से लगातार COVID-19 को ध्यान में रखते हुए उचित व्यवहार का पालन करने की अपील कर रहे हैं. लेकिन भारी भीड़ के चलते, आज चालान जारी करना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है. घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल है.’’
इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘’अगर हम घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने की कोशिश करेंगे तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है, इसलिए हम यहां सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने में असमर्थ हैं.’’
हाल ही में गुंज्याल ने बताया था, ‘‘सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. हरिद्वार से देवप्रयाग तक करीब 670 हेक्टेयर क्षेत्र को महाकुंभ मेले के तहत अधिसूचित किया गया है.’’
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया है कि मेला क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर 350 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इनमें से करीब 100 में सेंसर लगे हैं जो उस स्थिति में अलर्ट देते हैं, जब कैमरा द्वारा किसी शख्स की खींची गई तस्वीर में वो शख्स मास्क न पहना हो.
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