ADVERTISEMENTREMOVE AD

MP: कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते 'सूरज' की मौत, 4 महीने में 8वां ऐसा मामला

Cheetah Dies At Kuno National Park: मृत नर चीता सूरज का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 14 जुलाई को एक और मेल चीते की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जिस चीते की मौत हुई है उसका नाम सूरज था. अधिकारियों का कहना है कि अभी तक सूरज की मौत का सही कारण पता नहीं चल सका है, डॉक्टरों की टीम जांच में जुटी है. पिछले 4 महीने में पार्क में यह 8वें चीते की मौत है, जिसमें 5 वयस्क और तीन शावक चीते शामिल हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बता दे अभी हाल में ही 25 जून को साउथ अफ्रीका के इस नर चीता सूरज को जंगल में छोड़ा गया था. लेकिन आज वन विभाग के कर्मचारियों को यह जंगल में मृत पाया गया. इस बात की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया. मृत नर चीता सूरज का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और उसके बाद यह स्पष्ट होगा कि आखिर इसकी मौत का क्या कारण है. मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण में चीतों की मौत का सिलसिला थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है.

0

लगातार हो रहीं चीतों की मौतें 

अभी तक अभ्यारण में कुल 5 वयस्क और तीन शावक चीतों की मौत हो चुकी है. लेकिन अभी तक यह सच्चाई सामने नहीं आई है कि आखिरकार इतनी जल्दी इन चीजों की मौत क्यों हो रही है और इसके पीछे क्या वजह है. इसको लेकर भी वन विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.

हर बार प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप भी लगते रहे हैं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है. बता दे अभी हाल में ही मंगलवार को कूनो अभ्यारण में तेजस नाम के नर चीता की मौत हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि तेजस एक मादा चीते के साथ हिंसक लड़ाई के बाद सदमे में आ गया था और इससे उबरने में समर्थ नहीं था.

वन अधिकारियों ने गुरुवार, 25 मई को बताया था कि मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (KNP) में ज्वाला नामक चीता के दो शावकों की मौत हो गई थी. इससे पहले एक और मादा शावक की 23 मई को मौत हो गई थी. इससे पहले साशा और उदय नाम के दो चीतों की मौत क्रमशः मार्च और अप्रैल में हुई थी, जबकि दक्ष नाम के तीसरे चीते की मौत मंगलवार, 9 मई को हुई थी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×