मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 14 जुलाई को एक और मेल चीते की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जिस चीते की मौत हुई है उसका नाम सूरज था. अधिकारियों का कहना है कि अभी तक सूरज की मौत का सही कारण पता नहीं चल सका है, डॉक्टरों की टीम जांच में जुटी है. पिछले 4 महीने में पार्क में यह 8वें चीते की मौत है, जिसमें 5 वयस्क और तीन शावक चीते शामिल हैं.
बता दे अभी हाल में ही 25 जून को साउथ अफ्रीका के इस नर चीता सूरज को जंगल में छोड़ा गया था. लेकिन आज वन विभाग के कर्मचारियों को यह जंगल में मृत पाया गया. इस बात की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया. मृत नर चीता सूरज का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और उसके बाद यह स्पष्ट होगा कि आखिर इसकी मौत का क्या कारण है. मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण में चीतों की मौत का सिलसिला थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है.
लगातार हो रहीं चीतों की मौतें
अभी तक अभ्यारण में कुल 5 वयस्क और तीन शावक चीतों की मौत हो चुकी है. लेकिन अभी तक यह सच्चाई सामने नहीं आई है कि आखिरकार इतनी जल्दी इन चीजों की मौत क्यों हो रही है और इसके पीछे क्या वजह है. इसको लेकर भी वन विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.
हर बार प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप भी लगते रहे हैं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है. बता दे अभी हाल में ही मंगलवार को कूनो अभ्यारण में तेजस नाम के नर चीता की मौत हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि तेजस एक मादा चीते के साथ हिंसक लड़ाई के बाद सदमे में आ गया था और इससे उबरने में समर्थ नहीं था.
वन अधिकारियों ने गुरुवार, 25 मई को बताया था कि मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (KNP) में ज्वाला नामक चीता के दो शावकों की मौत हो गई थी. इससे पहले एक और मादा शावक की 23 मई को मौत हो गई थी. इससे पहले साशा और उदय नाम के दो चीतों की मौत क्रमशः मार्च और अप्रैल में हुई थी, जबकि दक्ष नाम के तीसरे चीते की मौत मंगलवार, 9 मई को हुई थी.
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