पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पैदा हुए हालिया तनाव के बाद चीन ने गश्त बढ़ा दिया है और इस क्षेत्र में ज्यादा नावों को तैनात कर दिया है.
चीन भारत के एक वाहन ट्रैक के निर्माण और एक निश्चित बिंदु से आगे गश्त पर आपत्ति जता रहा है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
इस बीच, अधिकारियों का कहना है कि लद्दाख में तनाव वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कहीं और स्थिति को खराब कर सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया, चीन की गश्ती नौकाओं की संख्या, तीन गुनी ऊपर चली गई है, वो पहले केवल तीन नावों का इस्तेमाल कर रहा था. भारतीय सेना के पास भी झील के 45 किलोमीटर लंबे पश्चिमी हिस्से पर दबदबा कायम रखने के लिए समान संख्या में नावें हैं, ये हिस्सा भारतीय नियंत्रण में हैं.
उन्होंने कहा, ‘’चीन ने न केवल झील पर नावों की संख्या में बढ़ोतरी की है, बल्कि उसका गश्त का व्यवहार भी ज्यादा आक्रामक हुआ है.’’
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 5 मई की देर शाम पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प और पथराव की घटना हुई थी, जिसमें दोनों ओर से कुछ सैनिक घायल हुए थे. इससे पहले दोनों देशों के सैनिकों के बीच इस तरह की घटना पैंगोंग झील के पास अगस्त 2017 में हुई थी.
बता दें कि भारत-चीन के बीच लंबे समय से 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर विवाद रहा है. यह दोनों देशों के बीच अघोषित सीमा है.
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