लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के तिकुनियां में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने किसानों के खिलाफ दर्ज हत्या के मामले में पहचान कर तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस मामले में पुलिस के द्वारा सात लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है.
तीन अक्तूबर को हुए तिकुनिया कांड में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए थे. तीन अक्टूबर की रात में ही तिकुनिया थाने में किसानों की ओर से दर्ज कराई गई 219 नंबर एफआईआर में आशीष मिश्र समेत कुछ अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था.
13 आरोपी भेजे जा चुके हैं जेल
चार अक्तूबर की सुबह सदर थाने में 220 नंबर एफआईआर में बीजेपी सभासद सुमित जायसवाल ने अज्ञात किसानों पर हत्या का केस दर्ज कराया था. अब तक 219 नंबर पर दर्ज घटना की जांच कर रही एसआईटी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू, अंकित दास, सुमित जायसवाल, लतीफ, नंदन सिंह बिष्ट, सत्यम त्रिपाठी, शिशुपाल समेत 13 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
इसके अलावा दूसरे मामले में पुलिस ने विचित्र सिंह, गुरुविंदर सिंह, रणजीत सिंह और अवतर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
अन्य आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस ने थानों और चौकियों के अलावा अन्य सार्वजिनक जगहों पर फोटो चस्पा कराए थे. एसआईटी ने पहचान के बाद थाना पलिया के बबौरा फार्म निवासी कमलजीत सिंह, सोनू उर्फ कवलजीत और गुरुप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. किसानों के खिलाफ दर्ज हत्या के मामले में पुलिस अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
यह था पूरा मामला
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्र टेनी के पैतृक गांव में उनके पिता स्वर्गीय अंब्रिका प्रसाद मिश्र की स्मृति में हर साल की तरह 3 अक्टूबर को दंगल आयोजित हुआ था, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शामिल हुए थे.
जब इसकी जानकारी किसानों को मिली तो 3 अक्टूबर की सुबह ही बड़ी संख्या में किसान तिकुनियां पहुंच गए थे.
किसानों ने तीनों कृषि कानूनों और केंद्रीय मंत्री की किसानों के प्रति की गई टिप्पणी से नाराज होकर किसान काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. आक्रोषित किसानों ने उपमुख्यमंत्री के लिए बनाए गए हेलीपैड पर भी कब्जा कर लिया था.
बता दें कि दोपहर बाद तीन बजे उपमुख्यमंत्री की अगवानी के लिए काफिले में बनवीरपुर से बेलरायां की तरफ जा रही केंद्रीय मंत्री के बेटे की महिंद्रा थार गाड़ी से चार किसानों व एक पत्रकार की कुचलकर मौत हो गई थी, जबकि आक्रोषित किसानों ने तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
इनपुट क्रेडिट- धर्मेंन्द्र राजपूत
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