उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में 3 सितंबर को भड़की हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों को अपनी एसयूवी के नीचे कुचल दिया. इस घटना में अब कांग्रेस और AAP नेता संजय सिंह ने एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि ये गाड़ी से किसानों को रौंदने का वीडियो है.
कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो रिलीज किया है, जिसमें लोगों की भीड़ के बीच से एसयूवी गाड़ी को तेजी से निकलते देखा जा सकता है. वीडियो में दिख रहा है कि गाड़ी किसानों को रौंदते हुए जा रही है.
इस वीडियो को शेयर कर कांग्रेस ने लिखा, "मोदी सरकार की चुप्पी उन्हें गलत साबित करती है."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो शेयर कर पूछा, "आपकी सरकार ने बगैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है. अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ? क्यों?"
AAP नेता संजय सिंह ने भी इस वीडियो को शेयर किया है. संजय सिंह ने लिखा, "क्या इसके बाद भी कोई प्रमाण चाहिये? देखिये सत्ता के अहंकार में चूर गुंडे ने किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कैसे रौंदकर मार दिया. कुछ चैनल ज्ञान दे रहे थे कि मंत्री का बेटा जान बचाने के लिए भागा."
संजय सिंह ने एक दूसरे ट्वीट में राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार से पूछा, "आदित्यनाथ जी आपके राज में किसानों की निर्मम हत्त्या करने वाले गिरफ्तार कब होंगे? पिछले 30 घंटे से आपने मुझे मेरे साथियों के साथ पुलिस हिरासत में रखा है. लेकिन हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं. क्या यही आपके न्याय का सिद्धांत है?"
लखीमपुर खीरी जाते वक्त हिरासत में लिए गए प्रियंका, अखिलेश
लखीमपुर में किसानों की मौत को लेकर 4 अक्टूबर को देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुआ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही उन्हें रोक लिया. प्रियंका गांधी को हरगांव से यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को जब रोका गया तो वो अपने घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. शिवपाल यादव, संजय सिंह, सतीश मिश्रा, जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद को भी लखीमपुर खीरी जाने से रोका गया.
लखीमपुर खीरी में 6 अक्टूबर तक RAF और SSB की दो-दो कंपनियों को तैनात किया गया है. सरकार ने 4 मृतक किसानों के परिवारों को 45 लाख रुपये और नौकरी देने की घोषणा की है.
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