भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 36 लाख का आंकड़ा पार कर गई हैं. देशभर में रोजाना बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर एक केंद्र शासित प्रदेश से आई है. अरब सागर में बसा लक्ष्द्वीप अभी तक कोरोना वायरस महामारी से अछूता है. यहां COVID-19 का एक भी केस सामने नहीं आया है.
चारों तरफ पानी से घिरे लक्षद्वीप ने शुरुआत में ही कोरोना को लेकर एहतियात बरतने शुरू कर दिए थे. यहां केवल उन्हीं लोगों को आने की अनुमति थी जिनका टेस्ट निगेटिव आया हो.
केरल में मामले जब बढ़ने शुरू हुए थे, लक्षद्वीप में तभी से स्क्रीनिंग शुरू हो गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 फरवरी से लक्षद्वीप में हवाई यात्रा से आ रहे पैसेंजर्स की टेस्टिंग शुरू हो गई थी.
लक्षद्वीप प्रशासन ने क्वॉरन्टीन की व्यवस्था केरल के कोच्चि में की है. लक्षद्वीप आने वाले सभी लोगों को पहले कोच्चि में क्वॉरन्टीन होना पड़ेगा. टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही लक्षद्वीप में एंट्री मिलने की व्यवस्था थी. लक्षद्वीप मे केवल तीन हॉस्पिटल हैं, लेकिन इसके बाद भी कोरोना के मामलों को इतना जल्दी नियंत्रण में करना लक्षद्वीप के नागरिकों और प्रशासन की जागरुकता का नतीजा है.
दक्षिण भारत में अरब सागर के बीच लक्षद्वीप 36 द्वीपों का समूह है, जिसकी राजधानी कवरत्ती है. भारत के दक्षिण-पश्चिम तट से लक्ष्द्वीप 220 से 440 कीमी की दूरी पर हैं.
लक्षद्वीप के अलावा उत्तर पूर्वी राज्यों में भी कोरोना संक्रमण नियंत्रण में दिख रहा था. सिक्किम, नागालैंड और मिजोरम में कुल मामले 1000 से भी कम है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में यहां भी मामलों की संख्या बढ़ती दिखी है. लक्षद्वीप अब भारत में अकेली ऐसी जगह है, जहां कोरोना का एक भी मामला नहीं है.
वहीं, भारत में कोरोना वायरस के केस 37 लाख के करीब पहुंचने वाले हैं. देश में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. दुनियाभर में कुल केसों के मामले में भारत तीसरे नंबर से हैं. सबसे ज्यादा केस अमेरिका (60 लाख केस) और फिर ब्राजील (39 लाख केस) हैं.
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