ADVERTISEMENTREMOVE AD

भरोसा है राम मंदिर बराबरी और सबको साथ लेने का प्रतीक बनेगा- आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर भूमि पूजन से पहले जारी किया वीडियो मैसेज

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की आधारशिला बुधवार 5 अगस्त को रखी जाएगी. पीएम नरेंद्र मोदी अपने हाथों से मंदिर का शिलान्यास करेंगे. लेकिन इस मौके से ठीक पहले राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का बयान सामने आया है. उन्होंने शिलान्यास से पहले एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा है कि उनका सपना पूरा हो रहा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आडवाणी ने राम मंदिर को लेकर कहा कि जीवन के कुछ सपनों को पूरा होने में वक्त लगता है. लेकिन जब वो पूरा होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई. उन्होंने आगे कहा,

“ऐसा ही एक सपना जो मेरे हृदय के समीप है, वो अब पूरा हो रहा है. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है. ये केवल मेरे लिए ही नहीं बल्कि समस्त भारतीय समुदाय के लिए ये क्षण ऐतिहासिक है और भावपूर्ण भी. श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम के भव्य राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी का सपना रहा है और मिशन भी.”

रथयात्रा को किया याद

आडवाणी ने अपनी रथयात्रा को भी इस मौके पर याद किया. उन्होंने कहा, "मैं विनम्रता का अनुभव करता हूं कि नियति ने मुझे साल 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथयात्रा का दायित्व प्रदान किया. इस यात्रा ने असंख्य लोगों की आकांक्षा, ऊर्जा और अभिलाषा को प्रेरित किया. इस शुभ अवसर पर मैं उन सभी संतों, नेताओं और देश-विदेश के जन मानस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में मूल्यवान योगदान दिया."

लालकृष्ण आडवाणी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि, “मुझे खुशी है कि नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए स्पष्ठ निर्णय के अनुस्वरूप राम मंदिर का निर्माण शांतिपूर्ण वातावरण में प्रारंभ हो रहा है. ये भारतीयों के परस्पर संबंधों को मजबूत करने में बहुत सहायक होगा.”

राम राज्य और सुशासन का प्रतीक होगा राम मंदिर

उन्होंने राम मंदिर को लेकर कहा कि ये एक राम राज्य का प्रतीक होगा, जहां किसी को भी समाज से बहिष्कृत नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, "श्रीराम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के रूप हैं. मेरा मानना है कि श्रीराम का ये मंदिर हम सभी भारतीयों को श्रीराम के इन गुणों को आत्मसात करने की प्रेरणा देगा. मुझे ये भी विश्वास है कि राम मंदिर एक शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा. जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा. ताकि हम राम राज्य की ओर अग्रसर हों, जो सुशासन का प्रतीक है. श्रीराम का आशीर्वाद भारत और भारत वासियों को सदैव प्राप्त हो, यही मेरी कामना है."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×