सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या से जुड़े 2 प्रमुख नाम- लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार के बयान सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने कई चौंकाने वाली बात बताई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने NIA की पूछताछ में बताया कि नेता और बिजनेसमैन उसे धमकी के फर्जी कॉल करने के लिए पैसे देते हैं, ताकि पुलिस सुरक्षा मिल सके.
इसके अलावा भगौड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार (Goldy Brar) ने इंडिया टुडे को एक इंटरव्यू में बताया कि उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या क्यों की?
लॉरेंस बिश्नोई
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल बठिंडा की जेल में बंद है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में है. इससे खालिस्तानी संगठनों के लिए फंडिंग से जुड़े मामले में पूछताछ की गई, जिसमें कई बात सामने आई है. इंडियन एक्सप्रेस ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से लिखा है,
"लॉरेंस बिश्नोई ने बताया है कि वो शराब डीलरों, कॉल सेंटर के मालिकों, दवा आपूर्तिकर्ताओं और रियल एस्टेट कारोबारियों से हर महीने 2.5 करोड़ रुपये की उगाही कर रहा है. उसने दावा किया कि इन दिनों, कई राजनेता और व्यवसायी, संबंधित राज्य पुलिस से सुरक्षा कवर पाने के लिए पैसा देकर फर्जी धमकी भरे कॉल करवाते हैं."
बिश्नोई ने एनआईए को ये भी बताया कि उसके पास एक 'बिजनेस मॉडल' है, जिसमें उत्तर प्रदेश (धनंजय सिंह), हरियाणा (काला जथेरी), राजस्थान (रोहित गोदारा) और दिल्ली (रोहित मोई और हाशिम बाबा) शामिल है.
बिश्नोई ने दावा किया कि 1998 में काले हिरण (जिसे बिश्नोई समुदाय द्वारा पवित्र माना जाता है) के शिकार से जुड़े मामले को लेकर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान उनके निशाने पर थे. बिश्नोई ने कथित तौर पर कहा कि वो सलमान खान को तभी माफ करेगा जब वे माफी मांगेंगे.
इसमें आगे कहा गया कि “बिश्नोई ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वो खालिस्तान समर्थक विचारधारा के खिलाफ है और बाकी अपराधियों के साथ मिलकर सिर्फ अपना अपराध सिंडिकेट चलाना चाहता है.”
लॉरेंस बिश्नोई ने कथित तौर पर दावा किया कि वो डी-कंपनी और दाऊद इब्राहिम के भी खिलाफ है और उसके जेल में बंद कुछ गैंगस्टर्स के साथ करीबी संबंध हैं, जो दाऊद के खिलाफ काम कर रहे हैं और आने वाले महीनों में वो भी काम करना शुरू कर देगा.
गोल्डी बरार पर लॉरेंस बिश्नोई ने कहा कि वो पहली बार गोल्डी बरार से 2010 में पंजाब यूनिवर्सिटी के कैंपस में मिला था. उसके पिता पुलिस अधिकारी थे, उन्होंने गोल्डी को कुछ लोगों से लड़ाई के बाद पढ़ने के लिए कनाडा भेज दिया था. लॉरेंस बिश्नोई ने दावा किया कि गोल्डी बरार अब ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है और उसके 70 ट्रक चलते हैं.
गोल्डी बरार
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के एक और आरोपी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बरार उर्फ सतिंदरजीत सिंह ने इंडिया टुडे को इंटरव्यू दिया जिसमें कई हैरान करने वाले दावे किए हैं.
सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मनसा जिले के मूसा गांव में 29 जून 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके एक दिन बाद गोल्डी बरार ने फेसबुक पोस्ट के जरिए हत्या की जिम्मेदारी ली थी. अब उसने इंटरव्यू में कहा है कि "जो करने की जरूरत थी, हमने किया और इसमें छुपाने के लिए कुछ नहीं है."
"हां, हमने ये पहले भी माना है. हम ऐसे काम नहीं करते जिसें छुपाने की जरूरत पड़े. जो हमने किया है उसे मानने में हमें कोई दिक्कत नहीं है. हां, हमने बहुत सोच-समझकर काम किया है."गोल्डी बरार ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा
उसने आगे कहा, "हमें नहीं लगता कि हमने कुछ अवैध किया है जिसे छिपाएं, हमें इसके लिए जो भी कीमत चुकानी पड़ेगी, हम तैयार हैं, लेकिन हमने वही किया जिसकी जरूरत थी."
गोल्डी बरार ने कहा कि "सिद्धू मूसेवाला को अकाली दल के नेता विक्की मुद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मारा गया. उन्हें (सिद्धू मूसेवाला) सबक सिखाने की जरूरत थी."
गोल्डी बरार ने इंटरव्यू में कहा कि "सिद्धू मूसेवाला घमंडी इंसान थे. उन्होंने अपनी राजनैतिक और पैसे की ताकत का गलत इस्तेमाल किया था. उन्हें सबक सिखाना जरूरी था और हमने वही किया. उन्होंने हमें व्यक्तिगत तौर पर नुकसान पहुंचाया था, उन्होंने ऐसी गल्तियां की थी जिसे माफ नहीं किया जा सकता था, जो हमें उसे सजा देनी पड़ी. जब एक अमीर आदमी के बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ संबंध हों, और जब सरकार न्याय न करती हो, तो हम कोर्ट से न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? तो हमने खुद ही न्याय किया"
गोल्डी बरार ने 2017 में स्टूडेंट वीजा पर भारत छोड़ कनाडा चला गया था. उसने मूसेवाला की हत्या की योजना विदेश से ही बनाई थी.
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