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वायु से लेकर फानी तक, कैसे रखे जाते हैं चक्रवातों के नाम?

हिंद महासागर क्षेत्र के संबंधित देशों में भारत की पहल पर इसकी शुरुआत 2004 में हुई.

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भारत
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अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान 'वायु' भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इसका खतरा गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों पर मंडरा रहा है. इस वजह से चार राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. यहां तक कि सेना से लेकर NDRF तक ने कमर कस ली है. तूफान के साथ-साथ कई जगह भारी बारिश होने की भी संभावना जताई जा रही है. चक्रवात 'वायु' का नाम भारत के सुझाव पर रखा गया है.

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कैसे हुई तूफानों के नामकरण की शुरुआत?

सबसे पहले चक्रवातीय तूफानों के नाम की शुरुआत साल 1953 में हुई. अटलांटिक महासागर क्षेत्र में एक समझौते के तहत तूफानों के नाम रखने की शुरुआत हुई. अमेरिका के मयामी स्थित नेशनल हरिकेन सेंटर ने इसकी शुरुआत की. शुरुआती दौर में अमेरिकी महादेश में इसका नाम महिलाओं के नाम पर शुरू किया गया. ऑस्ट्रेलिया में पहले भ्रष्ट नेताओं पर तूफानों के नाम रखे गए. बाद में साल 1973 में इसमें ओवरऑल एक बदलाव देखने को मिला और इसे एक मेल और फिर एक फीमेल नाम देने का ट्रेंड शुरू हुआ.

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2004 से भारत ने की इसके नामकरण की पहल

साल 2004 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की अगुवाई वाला अंतरराष्ट्रीय पैनल भंग कर दिया गया. इसके बाद संबंधित देशों से अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले चक्रवात का नाम खुद रखने को कहा गया. हिंद महासागर क्षेत्र के संबंधित देशों में भारत की पहल पर इसकी शुरुआत 2004 में हुई.

भारत की अगुआई में आठ तटीय देशों में इसको लेकर समझौता हुआ. इन देशों में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार, मालदीव, श्रीलंका, ओमान और थाईलैंड शामिल हैं.

इन आठ देशों में जिधर तूफान आता है उस देश के सुझाव पर अब उसका नाम रखा जाता है. इससे उस इलाके के लोगों को इसकी जानकारी में मदद भी मिलती है. तूफान के नाम की सूची बनाने के लिए इन आठों देशों के साइक्लोन एक्सपर्ट हर साल मिलते हैं और अपने लिस्ट को अपडेट करते हैं.

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पिछले कुछ सालों में आए तूफानों के नाम

  • फानी: साइक्लोन फानी का नाम बांग्लादेश के सुझाव पर रखा गया था और इसका मतलब होता है सांप. इस तुफान से ओडिशा में भारी तबाही हुई थी.
  • महासेन: ये तूफान साल 2013 में श्रीलंका में आया था और इससे भारी तबाही हुई थी. हालांकि, इस नाम को लेकर काफी विवाद भी उठा था. जानकारी के मुताबिक ये नाम श्रीलंका में शांति और समृद्धि के प्रतीक कहे जाने वाले एक राजा का भी है. जिसकी वजह से स्थानीय स्तर पर इसका विरोध किया गया था.
  • इरमा: 2017 में अमेरिका में आए इस तूफान ने फ्लोरिडा राज्य में जबरदस्त तबाही मचायी थी. इसी नाम से हैरी पॉर्टर उपन्यास में एक बेहद पावरफुल महिला कैरेक्टर थी.
  • फैलिन: साल 2013 में आए इस तूफान का नाम थाईलैंड के सुझाव पर रखा गया था. बंगाल की खाड़ी में उठे इस चक्रवाती तूफान ने भारत के पूर्वी समुद्री तटीय क्षेत्रों में खूब तबाही मचायी थी.
  • हुदहुद: साल 2014 में आए इस तूफान को उत्तरी हिंद महासागर का सबसे ताकतवर साइक्लोन कहा गया था. ये नाम ओमान देश की एक चिड़िया के नाम पर रखा गया था.
  • वरदा: ये नाम पाकिस्तान के सुझाव पर रखा गया था. साल 2016 में वरदा चक्रवातीय तूफान बंगाल की खाड़ी में उठा था. इस तूफान ने चेन्नई में भारी तबाही मचायी थी.
  • ओखी: 2017 में इसे हिंद महासागर का सबसे ताकतवर साइक्लोन कहा गया था. इसने केरल, तमिलनाडु, गुजरात व महाराष्‍ट्र में कहर मचाया था. भारत के कई तटीय हिस्सों में ओखी चक्रवात से वहां की तस्वीर बदल गई थी. ये नाम बांग्लादेश के सुझाव रखा गया था.
  • निशा: 2008 में आए इस तुफान से सबसे ज्यादा तमिलनाडु प्रभावित हुआ था.
  • येमयिन: इसका असर तीन देशों में देखा गया था. पाकिस्तान, भारत और अफगानिस्तान में इस तुफान ने भारी तबाही मचाई थी.
  • लैला: ये तुफान नंवबर में आया था और इसने भारत के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में तबाही मचाई थी.

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