लंदन की कोर्ट ने भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की कस्टडी 27 जून तक बढ़ा दी है. नीरव मोदी को गुरुवार को लंदन के एक कोर्ट में पेश किया गया. अब केस की अगली सुनवाई 29 जुलाई को होगी.
नीरव मोदी 2 अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ मामला लड़ रहे हैं.
इसी महीने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पिछली सुनवाई के दौरान चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बुथनोट ने 48 साल के मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. उसके बाद से वह दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है. जमानत लेने का यह उसका तीसरा प्रयास था.
29 मार्च को भी नीरव मोदी की याचिका खारिज हो गई थी. उस वक्त कोर्ट ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि भगोड़ा हीरा कारोबारी सरेंडर नहीं करेगा. इसके बाद नीरव मोदी दूसरी बार जमानत याचिका लेकर वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश हुआ. पंजाब नेशनल बैंक के लगभग 14 हजार करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था.
बता दें, मोदी को लंदन पुलिस ने प्रत्यर्पण वारंट पर लंदन के मेट्रो बैंक से गिरफ्तार किया था. वह उस समय एक नया बैंक खाता खोलने का प्रयास कर रहा था. तब से वह जेल में है.
नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द किया जा चुका था. इसके बावजूद वो लगातार विदेश यात्राएं करता रहा. सीबीआई ने इंटरपोल के सभी 190 देशों को नीरव मोदी को रोकने के बारे में चिट्ठी लिखी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के पास 6 पासपोर्ट हैं, जिनमें कम से कम तीन भारतीय हैं.
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