उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आलू की खेती करने वाले किसान नाराज हैं. किसानों ने विरोध जताते हुए कई टन आलू सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास, विधानसभा और राजभवन के बाहर फेंक दिए. ये किसान आलू का सही दाम नहीं मिलने से नाराज हैं.
लखनऊ के वीआईपी इलाकों में रातों-रात आलू फेंकने के बाद हड़कंप भी मच गया है. इस बात की भनक न तो खुफिया एजेंसियों को थी और न ही पुलिस को.
विरोध कर रहे किसानों का कहना है कि मंडियों में आलू के 4 रुपये प्रति किलो के भाव मिल रहा है जबकि मांग 10 रुपये प्रति किलो की है.
आलू फेंके जाने की खबर सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. अधिकारी खुद मौके पर पहुंचकर सड़क की सफाई का जायजा लेते नजर आए.
लोकसभा में भी उठा था मुद्दा
इससे पहले, मंगलवार को ये मुद्दा लोकसभा में भी उठा. कांग्रेस ने आलू की पैदावार का किसानों को उचित मूल्य न मिलने का आरोप लगाते हुए सवाल किए थे. कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने सरकार से पूछा था कि किसानों को फसल का सही मूल्य दिलाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
जवाब में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा था कि किसानों को समर्थन मूल्य दिलाने के लिए सरकार ने कदम उठाए हैं और इस संदर्भ में राज्यों से लगातार संपर्क भी रहा है.
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