मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह (Damoh) जिले में शनिवार (3 फरवरी) की रात किसी बात को लेकर एक टेलर और ग्राहक के बीच विवाद हो गया. इस मामले में बीच-बचाव करने आए मस्जिद के इमाम के साथ बदसलूकी करने के आरोप भी लगे हैं. यह देखते ही देखते दो पक्षों के बीच तनाव की वजह बन गया. इसके बाद बड़ी संख्या में विशेष समुदाय के लोगों ने थाने का घेराव किया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने इमाम और टेलर से बदसलूकी करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके साथ ही विरोध करने थाने आई भीड़ पर भी मामला दर्ज किया गया.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, दमोह में जेल मस्जिद के पास रहने वाले अब्दुल अंसार खान टेलर हैं. उन्हीं के पास लल्लू शर्मा नाम के एक शख्स ने लगभग 2 महीने पहले सिलाई के लिए कुछ कपड़े दिए थे. इन कपड़ों में से अंसार ने नए कपड़े बना दिए और पुराने कपड़े समय न मिलने की वजह से नहीं बना पाए थे.
इसी बात को लेकर शनिवार की रात करीब 9 बजे लल्लू शर्मा और उसके तीन अन्य साथियों का अब्दुल अंसार खान के साथ विवाद हो गया. आरोप है कि इस मामले को सुलझाने की कोशिश करने वाले मस्जिद के इमाम के साथ भी आरोपियों ने मारपीट की और उनकी गाड़ी तोड़ी.
मामले की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. इसके बाद इसके विरोध में विशेष समुदाय को लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली थाने का घेराव किया. इसके बाद पुलिस ने देर रात मामले में शामिल आरोपी लल्लू शर्मा, राजू ठाकुर, विक्की शर्मा और एक अन्य आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 294, 232, 506, 427 और 34 के तहत केस दर्ज किया.
कार्रवाई की मांग करने वालों पर भी केस दर्ज
टेलर और इमाम के साथ बदसलूकी करने वाली घटना का विरोध करने वाले विशेष समुदाय के लगभग 40 लोगों पर आरोप लगे हैं कि उन्हें समझाइश देकर थाने से जाने के लिए कहा गया था.
लेकिन इसके बाद भी लोग नहीं माने और हंगामा किया. इस वजह से पुलिस ने भीड़ पर भी कार्रवाई करते हुए लगभग 40 लोगों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
मामले पर एसपी सुनील तिवारी ने कहा कि शनिवार की रात कुछ प्रदर्शनकारी कोतवाली पहुंचे थे, जिन्हें समझाया गया कि वो वापस चले जाएं. लेकिन इसके बाद लोगों ने हंगामा किया.
एसपी ने कहा कि भीड़ को बलपूर्वक हटाया गया. ऐसे करीब 40 लोगों पर IPC की धारा 153A,143 और 147 के तहत केस दर्ज कर उनकी पहचान की जा रही है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने कहा
मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. जो लोग आए थे, उन पर भी कानून के हिसाब के कार्रवाई की जा रही है. मौजूदा वक्त में हालात बहुत अच्छे हैं.
मामले की होगी मजिस्ट्रियल जांच
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन ने घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखना हमारी प्राथमिकता है. दमोह की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये गए हैं.
मध्य प्रदेश CMO के सोशल मीडिया हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा गया कि
दमोह में उपद्रियों ने कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया, जिसे पुलिस-प्रशासन ने समय पर संभाल लिया. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जांच के निर्देश दिए हैं, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मध्य प्रदेश में शांति बनाए रखना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है.
बता दें कि दमोह के कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दे दिया है.
(इनपुट- अब्दुल वसीम अंसारी)
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