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पेंच नेशनल पार्क: 29 बाघों की मां, मशहूर बाघिन "कॉलरवाली" का निधन

कॉलरवाली ने 17 साल की उम्र पाई, जो जंगल में काफी ज्यादा है.

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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों में स्थित पेंच नेशनल पार्क में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली 17 साल की बाघिन की मौत हो गई है. शनिवार, 15 जनवरी को अंतिम सांस लेने वाली बाघिन "कॉलरवाली" के नाम से मशहूर थी.

कॉलरवाली की मौत के बाद विश्व के वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर है. सोशल मीडिया पर लोग अपनी चहेती बाघिन के लिए शोक संदेश लिख रहे हैं.

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ये बाघिन अब तक 29 शावकों को जन्म दे चुकी है. इस मशहूर बाघिन के नाम एक साथ 5 शावकों को जन्म देने का भी रिकॉर्ड है.

पेंच नेशनल पार्क की शान थी कॉलरवाली बाघिन

कॉलर वाली बाघिन का जन्म सितम्बर 2005 में हुआ था, जिसको पेंच नेशनल पार्क की शान के रूप में पहचाना गया. इस बाघिन ने सबसे पहले 2006 में तीन शावकों को जन्म दिया था, लेकिन बारिश के चलते तीनों शावकों की मौत हो गई थी. इसके बाद उसी साल बाघिन ने फिर चार शावकों को जन्म दिया था और अगली बार पांच शावकों को जन्म दिया.

इसके बाद बाघिन ने लगातार दो बार तीन-तीन शावकों को जन्म दिया और अप्रैल 2015 में चार. उस वक्त ये बाघिन नन्हें शावकों को जन्म देकर पेंच नेशनल पार्क की सर्वाधिक 22 शावकों को जन्म देने वाली बाघिन बन चुकी थी.

साल 2017 में बाघिन ने चार और शावकों को जन्म दिया, इसके साथ यह संख्या बढ़कर 26 हो गई थी. फिर इस साल जनवरी में बाघिन ने 4 और शावकों को जन्म दिया.

बता दें कि इससे पहले सबसे ज्यादा बच्चों को जन्म देने का रिकार्ड रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में 23 शावकों को जन्म देने वाली मछली बाघिन के नाम था, लेकिन मौजूदा वक्त में ये रिकॉर्ड कॉलर वाली बाघिन के नाम है.

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