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मध्य प्रदेश में बारिश का कहर, करीब 9 जिले बाढ़ की चपेट में

बाढ़ की वजह से दतिया में सिंध नदी पर बने तीन पुल महज दो दिन में बह गए थे.

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भारत
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मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से करीब 9 जिलों में बाढ़ (Flood) जैसे हालात पैदा हो गए हैं. ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना अशोकनगर, विदिशा के कई गांव चपेट में हैं.

बता दें कि अभी हाल ही में दतिया में सिंध नदी पर बने तीन पुल महज दो दिन में बह गए. एक पुल सेवड़ा में बहा. तहसील इंदरगढ़ में सिंध नदी का लॉन्च पुल बह गया. इसी तरह दतिया का ही रतनगढ़ माता का पुल बह गया.

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फिलहाल कई इलाकों में बारिश रुक गई है जिस वजह से ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, विदिशा में हालात सामान्य हो रहे हैं मगर इन जिलों में बाढ़ के बाद पैदा हुई अव्यवस्था और बदहाली से लोग परेशान हैं.

वहीं गुना और अशोकनगर जिले के सैकड़ों गाव में अभी हालात गंभीर हैं, सेना और एनडीआरएफ की यूनिट राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है.

गुना में पिछले 24 घंटो में 164mm बारिश हो चुकी है जिसकी वजह से आलम यह है कि हर जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. गुना के आसपा के गांव के अलावा शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं. वही जिले में स्थित गेल गैस प्‍लांट में नदी की बाढ़ का पानी भर गया है जिसकी वजह से पानी में गैस सिलेंडर बहते दिखे हैं.

गुना जिले की जनपद पंचायत बमोरी क्षेत्र के 125 गांव नदियां उफान पर होने से घिर गए हैं. जिले में पिछले आठ दिन से हो रही तेज बारिश की वजह से शहर और सैकड़ो गांव में रह रहे हजारों लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. उधर, बजरंगढ़ में गुरुवार को बारिश के दौरान एक मकान गिर गया.

हालांकि ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी में जल प्रलय से कुछ राहत मिली है

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कहां-कहां बाढ़ और बारिश का असर

  • गुना

  • अशोक नगर

कई रास्ते हुए बंद

विदिशा में भी पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से जिले में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये थे. अनेक गांव में बाढ़ का पानी घुस जाने से वह टापू बन गए थे जिसके चलते प्रशासन ने वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. फिलहाल विदिशा में पानी उतर गया है और स्थिति सामान्य हो गई है.

विदिशा, राजगढ़, सागर सहित अन्य जिलों में लगातार बारिश की वजह से पुल-पुलियाओं पर पानी आ जाने के कारण कई मार्ग घंटो तक बंद रहे. राजगढ़ के सुठालिया में पुलिया पर पानी होने के वजह से अस्पताल का रास्ता बंद हो जाने के कारण एक महिला की ऑटो के अंदर डिलीवरी करवानी पड़ी. विदिशा जिले के जोहद और कागपुर में नदियां उफान पर आने से विदिशा-अशोकनगर स्टेट हाईवे बंद काफी समय के लिए बंद रहा. लेकिन अब बारिश रुक जाने के कारण पानी लगातार उतर रहा है और स्थिति सामान्य हो गई है और सभी सड़क चालू हो गए हैं.

गुना जिले में नदी-नाले उफान पर होने से सात दिन से 125 गांवों का संपर्क कटा हुआ है. अशोक नगर में भी बाढ़ रौद्र रूप दिखा रही है. यहां बारिश का करीब 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. वहीं अब इलाके में राहत और बचाव कार्य जारी है. सेना और पुलिस की टीम लोगों की सहायता के लिए तैनात की गई हैं. बाढ़ में घिरे लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
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  • कुरवाई तहसील में 4 गांव का संपर्क कट गया था, जिसके बाद वहां फंसे 425 लोगों को निकाल लिया गया है.

  • सिरोंज में 8 गांव में 250 लोग फंस गए जहां से 124 लोगो को निकाल लिया गया है बाकियों को निकाला जा रहा है.

  • नटेरन के एक गांव में 30 लोग फंस गए हैं, वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.

  • बासौदा के 7 गांव में 130 लोग फंस गये थे उन्हें निकाल लिया गया है.

  • विदिशा के एक गांव में 40 लोगो को निकाला गया है.

  • शमशाबाद में बाह नदी पर बने संजय सागर बांध के 7 गेट खोल दिये गए हैं और इससे प्रभावित होने वाले निचले क्षेत्रों में अलर्ट कर दिया गया है.

  • -विदिशा अशोकनगर मार्ग पर बाह नदी पर बने कागपुर पुल पर 5 फिट से ज्यादा ऊपर पानी बह रहा है.

  • पिछले 24 घंटो में सबसे ज्यादा बारिश सिरोंज 168 mm, लटेरी 117 mm और शमशाबाद में 150 mm बारिश हुई है.

  • नटेरन तहसील के सातपाड़ा हाट में नदी का पानी दुकानों और स्थानीय पुलिस चौकी में घुस गया.

  • शमशाबाद के भन्नाखेड़ी में कच्चा मकान गिर जाने से 40 बकरियां दबकर मर गई है .

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि आज सुबह एयरफोर्स और आर्मी का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी रात से ही गांव में फंसे हुए लोगों को निकालने का काम कर रही हैं. कल रात से बारिश कम होने के कारण अशोकनगर, गुना, विदिशा में पानी का स्तर नीचे गया है. सेना, वायुसेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, मध्यप्रदेश पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो से लोगों को निकालने का काम कर रही हैं.

राजस्थान में भी बारिश और बाढ़

राजस्थान के कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिलों में पिछले 7 दिनों से भारी बारिश हो रही है जिस वजह से कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. हालात को देखते हुए अशोक गहलोत सरकार ने सेना से मदद मांगी है. शुक्रवार देर रात सेना के जवानों की एक टुकड़ी कोटा पहुंची है. इसी के साथ सेना ने बचाव और राहत कार्य अपने हाथ में ले लिया है.

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