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मध्य प्रदेश: रामनवमी हिंसा के बाद खरगोन में ईद, अक्षय तृतीया पर कर्फ्यू

दुकानें खुली रहेंगी और एग्जाम देने जा रहे स्टूडेंट्स को कर्फ्यू पास दिया जाएगा.

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भारत
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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में पिछले दिनों सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के हफ्तों बाद , जिला प्रशासन ने 2 और 3 मई को ईद के लिए फुल कर्फ्यू का ऐलान किया है. खरगोन के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सुमेर सिंह मुजाल्दा ने कहा कि ईद की नमाज घर पर ही अदा की जाए. इसके अलावा अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती पर जिले में कोई कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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उन्होंने कहा कि दुकानें खुली रहेंगी और एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स को कर्फ्यू पास दिया जाएगा. शर्तों के आधार पर इसमें बदलाव किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि 1 मई को सुबह आठ बजे से शाम 5 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दी जाएगी.

मध्य प्रदेश के खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव और आगजनी के बाद कई लोग घायल हो गए थे. इस दौरान एक पुलिसकर्मी को गोली मार दी गई और हिंसा के बाद 28 वर्षीय इब्रीश खान की लाश कहीं और मिली थी. मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

ड्रोन की व्यवस्था की गई और बैरिकेड्स लगाए गए

पुलिस अधीक्षक (SP) रोहित काशवानी ने कहा कि आने वाले त्योहारों की तैयारी में, पुलिस ने स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन की व्यवस्था की है और कई जगहों पर बैरिकेड्स लगाए हैं.

उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की है और उनसे शांति व्यवस्था बनाए रखने की गुजारिश की है.
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सूत्रों ने क्विंट को बताया कि जब जुलूस निकाला जा रहा था, तो कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस में बज रहे भड़काऊ गाने पर आपत्ति जताई, जिसके बाद मामला बढ़ गया और पथराव शुरू हो गया.

मध्य प्रदेश पुलिस ने शनिवार को कहा कि इस घटना के संबंध में 44 से अधिक एफआईआर दर्ज किए गए हैं और अब तक 148 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इसके अलावा, रामनवमी के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के एक दिन बाद, स्थानीय प्रशासन ने 11 अप्रैल को उन क्षेत्रों में विध्वंस अभियान चलाया जहां हिंसा भड़की थी. इस दौरान 16 घरों और 29 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया, जिनमें से ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के लोगों से संबंधित थे.

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