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मजदूरों का दर्द, लचर सिस्टम, मजहबी नफरत, MP की अजब-गजब तस्वीरें

कोरोना वायरस के प्रकोप वजह से देशभर में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है

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कोरोना वायरस के प्रकोप वजह से देशभर में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है. एक तरफ तो कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते केस लगातार डरा रहे हैं, तो दूसरी तरफ लॉकडाउन की सख्ती की वजह से चौपट होता कारोबार चिंता बढ़ा रहा है. इन सारी खबरों के बीच मध्य प्रदेश से अजब-गजब खबरें आ रही है. कहीं पर मजदूरों की बेबसी का दर्द है तो कहीं सांप्रदायिक उन्माद की तस्वीरें हैं. कहीं पर सिस्टम से टूटती आस की कहानी है तो कहीं मजबूरी की दास्तां है.

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मजदूर के परिवार को शौचालय में रुकना पड़ा

कोरोना वायरस के संकट के बीच मध्य प्रदेश के गुना जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें आई हैं. राजगढ़ से लौटे मजदूर के परिवार को स्थानीय प्रशासन ने शौचालय में क्वॉरंटीन कर दिया. बताया जा रहा है कि टोडर ग्राम पंचायत के स्कूल में जगह नहीं मिल सकी, इसलिए परिवार को शौचालय में ही क्वॉरंटीन रहना पड़ा.

मजदूर अपने परिवार के साथ शौचालय में ही रहने को मजबूर रहा. स्थानीय गांव के सरपंच और सचिव ने स्कूल खोलने की जहमत नहीं उठाई. कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की फोटो ट्विटर पर डालीं तो प्रशासन जागा. बताया जा रहा है कि अब भाईलाल की व्यवस्था स्कूल में ही कर दी गयी है. वह राजगढ़ से आया हुआ है जब उसके परिबार उसे अपने पास रखना चाहेगे उसे उसके घर भेज दिया जाएगा.

इंदौर के एक गांव में लगे मुस्लिमों के एंट्री के बैन के पोस्टर


उज्जैन की बड़नगर तहसील के पास स्थित पेलमपुर गांव में खुलेआम सांप्रादायिकता फैलाने वाली तस्वीरें आई हैं. इस गांव के बाहर पोस्टर लगा दिया गया जिस पर लिखा था "मुस्लिम व्यापारियों का इस गांव में प्रवेश निषेध है- आज्ञा से समस्त गांववासी पेलमपुर". हांलाकि जब पुलिस को पता लगा तो इस पोस्टर को तुरंत हटवाया गया. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अब पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है.

कोरोना वायरस के प्रकोप वजह से देशभर में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है
जब पुलिस को पता लगा तो इस पोस्टर को तुरंत हटवाया गया
(फोटो: ट्विटर/@navaidhamid)

सीमेंट-प्याज के ट्रक में छिपकर मजदूर घर जाने को मजबूर

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से ही 3 मई को एक दर्दनाक वीडियो आया. वीडियो में सीमेंट मिक्सर से कुछ मजदूर निकलते हुए देखे जा सकते हैं. मजदूरों ने घर जाने के लिए सीमेंट-गिट्टी को मिलाने वाले मिक्सर को ही अपने ट्रांसपोर्ट का साधन बना डाला. ये लोग महाराष्ट्र से चलकर इसमें बैठकर अपने घर लखनऊ जा रहे थे. ये मजदूर मजबूर थे, सीमेंट मिक्सर में ही बैठकर अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े. लेकिन इंदौर में यातायात पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.

इस घटना के एक दिन बाद ग्वालियर से ही इसी तरह की तस्वीरें आई हैं. प्याज के ट्रक में करीब 23 मजदूर इटावा और मैनपुरी स्थित अपने घरों को जा रहे थे. तभी ग्वालियर के कंपू थाना क्षेत्र में शिवपुरी लिंक रोड पर पुलिस को ये मजदूर जाते प्याज के ट्रक पर लदे हुए मिलेग. यह ट्रक प्याज की बोरियों से भरा हुआ था जिसके अंदर त्रिपाल डाल कर ये मजदूर सफर कर रहे थे. पुलिस ने सभी मजदूरों को ट्रक से उतारा और चालक के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके बाद इन मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई और फिर उनके लिए भोजन वगैरह की व्यवस्था कर प्रशासन ने उनको घर पहुंचाने की व्यवस्था की.

पत्नी के इलाज के लिए ठेले पर ही ले निकला युवक

मध्य प्रदेश के सागर शहर में एम्बुलेंस न मिलने की वजह से एक बुजुर्ग महिला को एक बुजुर्ग व्यक्ति ठेले पर खींचकर ले जाता दिखा. ये वीडियो खूब वायरल हुआ. इस फोटो में जो युवती दिख रही उसने बताया कि एंबुलेंस को फोन किया था लेकिन आई नहीं. सड़कों पर चलते हुए इन्हें न तो किसी ने रोका न ही मदद करने की कोशिश की.बुजुर्ग महिला को एक बुजुर्ग व्यक्ति ठेले पर खींचकर ले जाता दिखा

  • बुजुर्ग महिला को एक बुजुर्ग व्यक्ति ठेले पर खींचकर ले जाता दिखा

    (फोटो: ट्विटर/@Anurag_Dwary)

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