ADVERTISEMENTREMOVE AD

BJP के हुए सिंधिया, तो MP सरकार ने जमीन घोटाले में शुरू की जांच

साल 2014 में ज्योतिरादित्य और उनके सहयोगियों पर 10 हजार करोड़ रुपये के जमीन घोटाले का आरोप लगा था.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बने ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सिंधिया के खिलाफ कथित जमीन घोटाले की पुरानी फाइल खोल दी है. भोपाल- आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EWO) ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कथित जमीन घोटाले मामले में फिर से जांच शुरू कर दी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

साल 2014 में ज्योतिरादित्य और उनके सहयोगियों पर 10 हजार करोड़ रुपये के जमीन घोटाले का आरोप लगा था. सिंधिया पर एक ही जमीन को कई बार बेचने का आरोप है, सरकारी जमीन को भी बेचने का आरोप है. 2014 में मामले की जांच हो चुकी है. लेकिन बाद में इस केस को बंद कर दिया गया था.

बता दें कि 11 फरवरी को ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से 18 साल पुराना रिश्ता तोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. जिसके बाद एक बार फिर आर्थिक अपराध शाखा के पास इस मामले की जांच का आवेदन दिया गया.

सिंधिया का कमलनाथ सरकार पर हमला

कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद वापस भोपाल लौटे सिंधिया ने बिना नाम लिए कमलनाथ सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, “प्रदेश में ऐसे सिर्फ दो ही नेता हैं, जो अपनी गाड़ी में शायद एयर कंडीशन ना चलाएं, वो हैं शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया. एक और एक मिलकर दो नहीं होगा ग्यारह होगा.”

उन्होंने शिवराज की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने तो बाहर से देखा है, लेकिन मैंने तो अंदर से सबकुछ देखा है. मैं क्या करूं, सिंधिया परिवार का खून है, जो सही है वही बोलता हूं. उन्होंने कमलनाथ के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने सिंधिया के सवाल पर कहा था कि अगर उन्हें सड़क पर उतरना हो तो उतर जाएं.

राहुल ने सिंधिया के बारे में क्या कहा?

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने राजनीति भविष्य को लेकर डरे हुए थे. इसलिए अपनी विचारधारा को त्याग दिया और आरएसएस के साथ चले गए.

प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, “यह विचारधारा की लड़ाई है, एक तरफ कांग्रेस और दूसरी तरफ बीजेपी-आरएसएस है. मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा को जानता हूं, वह कॉलेज में मेरे साथ थे, मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता हूं. आज वो जो कुछ भी बोल रहे हैं, वो उनके दिल की आवाज नहीं है. ”

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×