मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में होली के पर्व पर दुखद हादसा हुआ है. सोमवार, 25 मार्च को तड़के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान अचानकर आग लगी गई, जिसमें पुजारी समेत 13 लोग झुलस गये. घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने दुख जताया है. वहीं, जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिये हैं.
महाकाल मंदिर में कैसे लगी आग?
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन की तरह तड़के भस्म आरती हो रही थी. सुबह करीब 5.45 बजे आरती के अंतिम क्षणों में बाबा को गुलाल चढ़ाया जा रहा था, और पुजारी भी एक-दूसरे पर गुलाल डाल रहे थे. इसी दौरान आरती की थाल में जल रहे कपूर पर गुलाल गिरने से वह बिखर गया, जिससे महाकाल के ऊपर बांधे गए फ्लेक्स ने आग पकड़ ली.
धीरे-धीरे आग गर्भ गृह में फैल गई और पूजा कर रहे संजय गुरु, दिलीप गुरु कमल जोशी विकास मनोज पुजारी, अंश पुरोहित, सेवक महेश शर्मा, चिंतामन गहलोत सहित 14 लोग झुलस गए. सभी को जिला अस्पताल में भार्ती कराया गया है, जहां पर दो को उपचार करने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है जबकि 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है.
महाकाल मंदिर में पारंपरिक होली समारोह आयोजित किया जा रहा था. गुलाल के कारण गर्भगृह में आग फैल गई. मंदिर के पुजारी घायल हो गए. हमने उन्हें अस्पताल पहुंचाया है.आशीष शर्मा, पुजारी
अमित शाह ने CM मोहन यादव से की बात
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "उज्जैन के श्री महाकाल मंदिर में आग लगने की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से बात कर जानकारी ली. स्थानीय प्रशासन घायलों को सहायता व उपचार उपलब्ध करवा रहा है. मैं बाबा महाकाल से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
CM मोहन ने जताया दुख
MP के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने एक्स पर कहा, "आज प्रातः बाबा महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान हुई दुर्घटना दुखद है. मैं सुबह से ही प्रशासन के संपर्क में हूं. सब नियंत्रण में है. बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि सभी घायल शीघ्र ही पूर्णतः स्वस्थ हों."
ANI से मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं वहां जा रहा हूं. यह भगवान का आशीर्वाद है कि यह कोई बड़ी घटना नहीं हुई, लेकिन जो कुछ भी हुआ है, मैंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं और यह सुनिश्चित करूंगा कि ऐसी चीजें दोबारा न हों. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."
कमेटी करेगी जांच
कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह में पूजा के समय संभवतः कपूर पर गुलाल गिरने से आग लगी थी. आग पर कुछ ही देर में काबू पा लिया गया लेकिन घटना में 13 लोग झुलस गए जिन्हें अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है. मामले में कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें कि 30 साल पहले भी महाकाल मंदिर में भगदड़ हो गई थी. यहां पर फिसलन की वजह से करीब 35 लोगों की मौत हुई थी, जबकि बाद में मंदिर प्रांगण में पेड़ गिरने से भी दो लोगों की मौत हुई थी.
(इनपुट-अब्दुल वसीम अंसारी)
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