उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है. शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद उन्होंने कैबिनेट संग बैठक की. कैबिनेट बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो महाराष्ट्र को एक अच्छी सरकार देंगे, जो किसानों की खुशहाली के लिए काम करेगी. सेक्युलर शब्द पर पूछे गए एक सवाल पर उद्धव ठाकरे भड़क भी उठे.
बतौर सीएम अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने किसानों के लिए काम करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का किसान परेशान है और बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुख्यसचिव से किसानों की योजनाओं पर रिपोर्ट भी मांगी है.
‘महाराष्ट्र के किसान मुश्किल में हैं. उनके लिए छुटपुट बातें नहीं करना चाहता. इसलिए मैंने निर्देश दिया है कि केंद्र और राज्य सरकारों ने उनके लिए जो योजनाएं घोषित की हैं, उसकी कितनी राशि अब तक इस्तेमाल हुई है और कितनी बची, इसकी रिपोर्ट मांगी है.’उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
वो चाहते हैं कि योजनाओं का पैसा सभी किसानों तक पहुंचे.
बतौर सीएम लिया पहला फैसला
कैबिनेट मीटिंग में उद्धव ठाकरे ने बतौर सीएम अपना पहला फैसला लिया. उन्होंने रायगढ़ के शिवाजी किले के लिए भी फंड का ऐलान किया. शिवाजी किले के सौंदर्यीकरण के लिए 20 करोड़ का फंड जारी किया गया है.
सेक्युलर शब्द पर भड़के
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उद्धव ठाकरे से ये सवाल किया गया कि क्या शिवसेना सेक्युलर हो गई है, तो सीएम भड़क उठे. जवाब में ठाकरे ही पूछने लगे कि सेक्युलर शब्द का क्या मतलब है. उन्होंने कहा, ‘सेक्युलर का मतलब क्या है? संविधान में जो है, वो है.’
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