महात्मा ज्योतिबा फुले शेतकरी सन्मान योजना के तहत महाराष्ट्र सरकार ने किसानों की कर्जमाफी की पहली लिस्ट जारी की. इसके तहत 15,358 किसानों का कर्जमाफ किया गया है. लेकिन अब इस मामले में सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी ने कर्जमाफी की लिस्ट को लेकर कहा है कि सरकार ने केवल एक प्रतिशत किसानों का कर्ज माफ किया है और वो लोगों को गुमराह कर रही है.
बीजेपी ने महाराष्ट्र सरकार से सवाल किया है कि केवल एक प्रतिशत किसानों की कर्जमाफी कर सरकार क्या संदेश देना चाहती है. ये किसानों के साथ धोखा है.
कर्जमाफी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद कुछ किसानों में काफी खुशी है, लेकिन जिन किसानों का लिस्ट में नाम नहीं है, वह अभी भी सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं.
सरकार ने की थी घोषणा
महाराष्ट्र में अगस्त और सितंबर महीने में बारिश नहीं होने पर किसानों की फसल बड़े पैमाने पर बर्बाद हुई थी. सीएम उद्धव ठाकरे ने सत्ता में आने के बाद ऐलान किया था कि किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा. महात्मा ज्योतिबा फुले किसान कर्जमाफी योजना के तहत 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2019 के बीच लिये गए कर्ज, जिसे 30 सिंतबर 2019 तक चुकाया न गया हो उसे माफ करने की बात थी.
विपक्ष का आरोप- सरकार कर रही धोखा
महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि किसानों को लेकर सरकार कितनी गंभीर है ये पता चल गया है. सरकार ने केवल 15 हजार किसानों का कर्जमाफ किया है. जबकि सरकार ने कहा था कि कर्जमाफी योजना से करीब 35 लाख किसानों को फायदा मिलेगा. लेकिन एक प्रतिशत किसानों का भी कर्जमाफ नहीं हो सका.
ये दुर्भाग्य है, राज्य के 43 हजार गांवों के किसानों को इससे फायदा पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन आज केवल 68 गांव के किसानों को ही इसका लाभ मिला.चंद्रकांत पाटिल, महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
पाटिल ने कहा जब उद्धव ठाकरे सीएम नहीं थे, तो उन्होंने फडणवीस सरकार से किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये का मुआवजा देने की मांग की थी. लेकिन सरकार में आने के बाद ठाकरे अपने ही वादे को पूरा नहीं कर सके. सरकार ने केवल फसल पर लिये गए कर्ज को माफ किया है, जबकि कुआं बनाने, ट्रैक्टर, पंप के लिए किसानों ने जो कर्ज लिया है उसे लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया.
वहीं, पूर्व वित्तमंत्री सुधीर मुंगनटीवार ने कहा की सरकार कर्जमाफी योजना में राजनीति न करे. केवल मंत्रियों के इलाकों के किसानों की कर्जमाफी की जा रही है. कर्जमाफी सभी किसानों को मिले, इसके लिए उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है.
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