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महाराष्ट्र: करीब 250 कुत्तों की हत्या के आरोपी दो बंदरों को वन विभाग ने पकड़ा

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के बीड जिले के मजलगाव में बंदरों का खौफ बरपा है.

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एक अजीबोगरीब घटना में, महाराष्ट्र के एक गांव में करीब 250 कुत्तों की हत्या में कथित तौर पर शामिल होने के लिए दो बंदरों को पकड़ा गया है. इन बंदरों को पास के जंगलों में छोड़ा जाएगा. इन हत्याओं को इलाके में कुत्तों के बंदर के एक बच्चे को मार दिए जाने के बाद बदला कहा जा रहा है.

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महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के बीड जिले के मजलगाव में बंदरों का खौफ बरपा है. लाऊल गांव में इन दिनों जंगली बंदरों से गांव के लोगों में दहशत है. करीब 5 हजार की आबादी वाले इस गांव में पिछले 15 से 20 दिनों में जंगल से आए लंगूर-बंदरों के एक दल ने तबाही मचा रखी है.

अब तक इन बंदरों ने एक-दो नहीं, करीब 250 पिल्लों की हत्या कर दी है. इतना ही नहीं, खूंखार बंदर राह चलते लोगों को भी घायल कर रहे हैं. घरों की छतों पर बैठे लोगों पर हमला कर रहे हैं.

गांव के लोग बताते है कि इन हमलों की शुरुआत तब हुई जब गांव के कुछ कुत्तों ने बंदर के एक बच्चे पर हमला कर उसे घायल कर दिया, बाद में इस बंदर की मौत हो गई. बताया जाता है कि उसके बाद से ही जंगल से खेत में फल, फसल खाने आए ये बंदर खूंखार हो गए. सबसे पहले इन बंदरों ने, जिनकी संख्या कुछ लोग दो बताते है, तो कुछ 5, गांव में ढूंढ-ढूंढ कर कुत्तों के बच्चों को अगवा करने का काम शुरू कर दिया.

बंदर पहले पिल्लों को अगवा कर ऊंची छत, पेड़ या इमारत पर ले जाते हैं और इसके पहले की कोई इन्हें बचा पाए, ये बंदर इन्हें ऊंचाई से नीचे फेंक देते हैं. शुरुआत में गांववालों को लगा कि ये ऐसे ही अकस्मात हो रहा है, लेकिन जब हर रोज पिल्ले ऊंचाई से गिरकर मरने लगे, तो गांववालों में दहशत का माहौल बन गया.

शुरुआत में गांववाले कुत्ते और उनके बच्चों को अगवा कर ले जाते बंदरों का पीछा किया और इन्हें छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन वो असफल रहे, क्योंकि, बंदर तेजी से पेड़ों पर चढ़ जाते. कई बार लोगों ने पेड़ों पर या छतों पर चढ़ते बंदरों पर पत्थर फेंके, ताकि वो पिल्लों को छुड़ा सकें, लेकिन वो उन्हें नहीं बचा पाए.

पकड़े गए दोनों बंदर

बंदरों के स्कूल जाने वाले बच्चों को भी उठा लेने के बाद गांव में दहशत पैदा हो गई, जिसके बाद, ग्रामीणों ने धारूर के वन विभाग से संपर्क किया. मजलगांव के सीताराम नायबल नाम के एक ग्रामीण ने इन बंदरों के हमले से बचने के लिए अपनी घर की छत से छलांग लगा दी और अब उनके दोनों पैर लकवाग्रस्त हो चुके हैं. सीताराम नायबल ने अब तक इलाज में डेढ़ लाख रुपये खर्च कर दिए हैं, लेकिन अभी भी वो ठीक से नहीं चल सकते हैं.

बीड के वन अधिकारी, सचिन कांद ने एजेंसी से कहा, "कुत्तों की हत्या में शामिल दो बंदरों को नागपुर वन विभाग की टीम ने बीड में पकड़ लिया है. दोनों बंदरों को पास के जंगल में छोड़ने के लिए नागपुर ट्रांसफर किया जा रहा है."

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सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुई घटना

इस खबर के सामने आने के बाद, ट्विटर पर यूजर्स ने #MonkeyVsDoge हैशटैग के साथ मीम्स ट्वीट किए.

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