ADVERTISEMENTREMOVE AD

"क्या पुलिस ने वायरल वीडियो नहीं देखा?": मीरा रोड हमले की चपेट में आया टेंपो मालिक

Meera Road Violence: ड्राइवरों पर हमले और दुकानों पर पथराव के कई विजुअल सोशल मीडिया पर वायरल हुए.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे में 22 जनवरी के सुर्खियों में रहे मीरा रोड पर प्लास्टिक वस्तुओं के विक्रेता अब्दुल हक (54) ने कहा कि हम पुलिस में शिकायत करने नहीं जा रहे हैं. इसका कोई मतलब नहीं है. हम केवल कानूनी झंझटों में उलझेंगे." 23 जनवरी की शाम राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा जुलूस पर कथित हमले को लेकर मीरा रोड के नया नगर इलाके में पहली बार झड़प हुई. घटना के तीसरे दिन, अब्दुल को उनके बेटे मोहम्मद तारिक (21) ने फोन करके बताया कि उनकी वाहन पर भीड़ ने हमला किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नया नगर से महज एक किलोमीटर दूर शांति नगर इलाके के सेक्टर 3 में हुई इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. गाड़ी के पीछे 'रशीद टेंपो सर्विस' लिखा हुआ है.

अब्दुल हक ने कहा- "यह पुलिस के बहुत करीब होने के बाद भी हुआ. हमलावरों ने बस मुस्लिम नाम लिखा एक वाहन देखा होगा और हमला कर दिया. हमारा एकमात्र वाहन नहीं था, जिस पर हमला किया गया. उस वक्त आसपास के कई ऑटो रिक्शा पर भी लाठियों से हमला किया गया"

अब्दुल हक के बेटे और उसके दो सहयोगी घायल

हमले के वक्त गाड़ी तारिक चला रहा था. लाठी-डंडों के प्रहार से जहां तारिक को चोटें आई हैं, वहीं उसके दो साथियों मोहम्मद मेराज और दीन अली को भी चोटें आई हैं. अब्दुल हक ने बताया कि मेराज के सिर पर सात टांके लगे हैं.

"बहुत से लोग मुझसे शिकायत दर्ज करने के लिए कह रहे हैं. हालांकि मुझे शिकायत के बाद कोई कार्रवाई होगी, यह नहीं दिख रहा है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. पुलिस ने अब तक इसे देखा होगा लेकिन किसी ने संपर्क नहीं किया है. मुझे पूरे देश से फोन आ रहे हैं, लेकिन पुलिस की तरफ से नहीं."
अब्दुल हक

लगातार तीसरे दिन भी झड़पें जारी रहीं

21 जनवरी को नया नगर इलाके में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा जुलूस पर कथित हमले के बाद तनाव पैदा हो गया था. पुलिस और मुस्लिम बहुल इलाके के निवासियों ने इलाके से जुलूस गुजरने पर कथित तौर पर आपत्ति जताई थी.

रविवार के कथित दृश्यों में उपद्रवियों को जुलूस के वाहनों में तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है. घटना के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.

हालांकि पुलिस ने प्रभावित इलाके में कड़ी निगरानी रखी है और मार्च निकाला है, लेकिन हिंसा की घटनाओं के फुटेज अभी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

मंगलवार को हुई अशांति के कई वीडियो, जिनमें एक ऑटो चालक पर हमला भी शामिल था, ऑनलाइन प्रसारित किए गए.

सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किए जा रहे CCTV फुटेज में उपद्रवियों को मीरा रोड के रामदेव पार्क में सिनेमैक्स मॉल के पास हाजी चिकन शॉप नामक दुकान पर पथराव करते देखा जा सकता है.

मीरा-भायंदर-वसई-विरार (MBVV) पुलिस ने किसी विशेष घटना पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए बुधवार को कहा कि मंगलवार को वास्तव में कुछ अशांति थी.

मीरा रोड के DCP (जोन 1) जयंत भजबाले ने द क्विंट को बताया कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन कुछ घटनाएं हुई हैं. हमने सभी घटनाओं में जरूरी कार्रवाई की है और केस दर्ज किए हैं. हम जल्द ही एक विस्तृत बयान जारी करेंगे.

उन्होंने ऑफिसियल बयान जारी करने से पहले इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मंगलवार को 'बुलडोजर कार्रवाई' के बढ़ा तनाव

मीरा रोड में भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. मंगलवार को मीरा भयंदर नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण का हवाला देते हुए नया नगर इलाके के हैदरी चौक पर 15 दुकानों पर बुलडोजर चला दिया, जहां रविवार रात झड़प हुई थी.

महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि मीरा रोड के नया नगर इलाके में बुलडोजर द्वारा अवैध अतिक्रमणों को ढहा दिया गया, जहां राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर पथराव किया गया था. महाराष्ट्र सरकार के निर्देश के बाद, पुलिस की मदद से नगर निगम द्वारा कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस ने सोशल मीडिया पर दुर्भावनापूर्ण पोस्ट के खिलाफ चेतावनी दी

इससे पहले बुधवार को, MBVV पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन को ऐसे किसी भी कंटेंट को पोस्ट करने के खिलाफ चेतावनी दी थी, जिसमें किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भड़काने की बातें हों.

पुलिस ने एक बयान में कहा कि मामले की जांच चल रही है और सबूतों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. इलाके में माहौल शांत है और कुछ लोग घटना को लेकर तरह-तरह के वीडियोज शेयर कर रहे हैं. इससे समाज में अफवाहें फैल रही हैं.

पुलिस ने कहा कि कोई भी अपमानजनक टेक्स्ट, वीडियो, फोटो, स्टेटस आदि, जो घटना के संबंध में किसी भी जाति धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकता है, जिससे कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है और सामाजिक शांति भंग हो सकती है, व्हाट्सएप पर पोस्ट नहीं किया जाना चाहिए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×