राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजीत पवार के महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 5 जुलाई को मुंबई में एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में पूरे सियासी घटनाक्रम और भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी.
इसके अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निकाल दिया है, सोमवार, 3 जुलाई को महाराष्ट्र की सियासत के दिनभर में घटे दस महत्वपूर्ण घटनाक्रम आपको बताते हैं.
1.) NCP ने अजित पवार समेत 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की
2 जुलाई को एनसीपी नेता अजित पवार और पार्टी के आठ अन्य नेताओं के महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में शामिल होने के बाद, पार्टी ने अपने नौ नेताओं के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की.
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, "हमने विधानसभा अध्यक्ष के पास अयोग्यता याचिका दायर की है और हम जल्द से जल्द इसकी हार्ड कॉपी भेजेंगे. यह अयोग्यता याचिका नौ नेताओं के खिलाफ दायर की गई है."
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने किसी को सूचित नहीं किया कि वे पार्टी छोड़ रहे हैं, जो एनसीपी के खिलाफ है. हमने भारत के चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा है. हम इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं, ऐसा करने (पार्टी छोड़ने) से पहले हमें इन नौ नेताओं ने सूचित नहीं किया."
2.) शरद पवार ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने गुरु को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कराड में अपने गुरु और महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के स्मारक का दौरा किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दिवंगत चव्हाण के स्मारक पर 82 वर्षीय नेता की यात्रा को उनके द्वारा शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. शरद पवार ने रविवार (3 जुलाई) को कहा था कि वह अपने भतीजे अजित पवार के विद्रोह से विचलित नहीं हुए हैं और लोगों के बीच जाकर नई शुरुआत करेंगे.
वह सोमवार सुबह पुणे से कराड के लिए रवाना हुए और रास्ते में उन समर्थकों से मिलने के लिए रूके जो सड़क किनारे उनका स्वागत करने और उन्हें समर्थन देने के लिए खड़े थे.
कराड में शरद पवार का हजारों समर्थकों और स्थानीय विधायक बालासाहेब पाटिल ने स्वागत किया.
कराड के रहने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे.
3.) प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित कर दिया
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित कर दिया. पटेल पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष थे, जबकि तटकरे एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव थे.
शरद पवार ने ट्वीट कर लिखा कि, "मैं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल के नाम एनसीपी पार्टी के सदस्यों के रजिस्टर से हटाने का आदेश देता हूं.”
4.) ठाणे शहर इकाई के प्रमुख आनंद परांजपे बर्खास्त
शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को अपनी ठाणे शहर इकाई के अध्यक्ष और पूर्व सांसद आनंद परांजपे को पद से हटा दिया।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र अवहाद ने परांजपे की बर्खास्तगी की जानकारी ट्वीट करते हुए उस तस्वीर के साथ दी, जिसमें वे रविवार को पार्टी तोड़कर एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए अजित पवार को बधाई दे रहे हैं.
5.) अजित पवार-प्रफुल्ल पटेल गुट ने सुनील टाटाकरे को NCP प्रमुख नियुक्त किया
अजित पवार-प्रफुल्ल पटेल गुट ने सुनील टाटाकरे को NCP प्रमुख नियुक्त किया. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि सुनील तटकरे के पास पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने का अधिकार होगा. इसके साथ ही अनिल भाईदास पाटिल को महाराष्ट्र विधानसभा में NCP का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया.
6.) अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पर शरद पवार ने 3 NCP नेताओं को हटाया
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने भतीजे अजीत पवार के शपथ समारोह में भाग लेने के लिए पार्टी के तीन नेताओं को हटा दिया है.
निष्कासित नेताओं में मुंबई मंडल एनसीपी प्रमुख नरेंद्र राठौड़, अकोला शहर जिला प्रमुख विजय देशमुख और राज्य मंत्री शिवाजीराव गर्जे शामिल हैं. ये तीनों अजित पवार के शपथ समारोह में शामिल हुए थे.
7.) पोर्टफोलियो पर चर्चा के लिए एनसीपी के मंत्री देवेंद्र फड़णवीस के आवास पर पहुंचे
PTI के सूत्रों ने बताया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के एक दिन बाद, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मंत्री छगन भुजबल सोमवार को कैबिनेट में विभागों के आवंटन पर चर्चा करने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से मिलने गए.
पीटीआई के मुताबिक अजित पवार के करीबी सूत्र ने कहा, “अजित पवार, छगन भुजबल और कुछ अन्य एनसीपी नेता मेघदूत बंगले (फडणवीस के आधिकारिक आवास) पहुंचे हैं. वे कैबिनेट विभागों के वितरण पर चर्चा करेंगे।“
अतीत में, अजीत पवार के पास जल संसाधन विभाग, बिजली और वित्त जैसे विभाग थे. वर्तमान में, सभी तीन विभाग फडनवीस के पास हैं, जिनके पास राज्य के गृह विभाग का भी प्रभार है.
8.) 'विपक्षी एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा'- अजित पवार के विद्रोह पर सुप्रिया सुले
एनसीपी नेता अजित पवार के एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटों बाद, पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष और उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि पार्टी के घटनाक्रम से विपक्ष की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
मुंबई में देर रात एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुले ने कहा कि उनके पिता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार का कद और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, "इसके बाद ही हमारी विश्वसनीयता बढ़ेगी."
उन्होंने यह भी कहा कि अजित पवार के विचार अलग हो सकते हैं, लेकिन वह अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकतीं और वह हमेशा उन्हें एक बहन की तरह प्यार करेंगी.
9.) महाराष्ट्र कांग्रेस की बैठक 4 जुलाई को, विपक्षी नेता पद पर होगी चर्चा
पार्टी के एक नेता ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस ने मंगलवार (4 जुलाई) को अपने विधायकों की एक बैठक बुलाई है, जहां राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर दावा पेश करने के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है.
बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव एचके पाटिल शामिल होंगे.
एनसीपी नेता अजित पवार के शुक्रवार (30 जून) को इस्तीफा देने के बाद विपक्ष के नेता का पद खाली हो गया. वह रविवार को उपमुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना-BJP सरकार में शामिल हुए, जबकि एनसीपी के आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.
10.) अजित पवार बोले- शरद पवार ही NCP के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एनसीपी नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि हमने महाराष्ट्र की भलाई के लिए यह फैसला लिया है. यह पूछे जाने पर कि अब एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा ? अजित पवार ने कहा कि क्या आप भूल गए हैं कि शरद पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
इसके साथ ही एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि मुझे मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि हमारे 9 विधायकों पर कार्रवाई की गई है. इस संदर्भ में, हमने जयंत पाटिल और जितेंद्र अव्हाड को अयोग्य घोषित करने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को एक आवेदन भेजा है.
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