महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच प्रदेश की राजनीति तेजी से बदल रही है. बताया जा रहा है कि असम में करीब 37 बागी विधायकों को लेकर बैठे एकनाथ शिंदे के साथ 7 और विधायक जुड़ गए हैं. इधर, शिवसेना उन 12 विधायकों पर डिप्टी सीएम से कार्रवाई की मांग कर रही जो शिवसेना की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. ऐसे में आइए दिनभर के 10 बड़े अपडेट्स के बारे में जानते हैं.
रवींद्र फाटक समेत 7 और विधायक असम पहुंचे
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के पास गुरुवार को पहुंचे कुल 7 विधायकों में 6 MLA हैं और एक विधान पार्षद शामिल हैं. शिवसेना के विधान पार्षद रवींद्र फाटक भी सूरत से गुवाहाटी पहुंचे हैं. बता दें, फाटक उस दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जो शिंदे और अन्य बागी विधायकों को मनाने और राजनीतिक संकट को हल के लिए सूरत के होटल में विचार विमर्श करने के लिए भेजा गया था. रवींद्र फाटक, शिवसेना विधायक दादाजी भूसे और संजय राठौड़ के साथ गुवाहाटी गए हैं. इनके अलावा मंगेश कुदलकर, सदा सर्वंकर, आशीष जायसवाल और दीपक केसकर भी वहीं गए हैं.
एकनाथ शिंदे का बागी विधायकों से बातचीत का वीडियो वायरल
आसम के गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे का बागी विधायकों के साथ बातचीत का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस दौरान वो वीडियो में कह रहे हैं कि वो एक राष्ट्रीय पार्टी है. उन्होंने मुझसे कहा है कि मेरा फैसला ऐसतिहासिक है और जब भी मुझे जरूरत पड़ेगी वो उपलब्ध रहेंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि वस इस दौरान बीजेपी को लेकर बात कर रहे थे.
एकनाथ शिंदे को बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से अपना नेता चुना
गुवाहाटी में महाराष्ट्र के बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना लिया है. उधर, शिवसेना के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से मिलकर उन 12 विधायकों पर कार्रवाई की मांग की गई है, जो बैठक में शामिल नहीं हुए थे. शिवसेना की ओर से नियुक्त नए नेता अजय चौधरी के नेतृत्व में ये प्रतिनिधिमंडल डिप्टी स्पीकर से मिला है. जिन बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग की गई है, उनमें एकनाथ शिंदे, महेश शिंदे और अब्दुल सत्तार के नाम भी शामिल हैं.
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चलती रहेगी सरकार- शरद पवार
शरद पवार ने मीडिया में आकर कहा कि बागी विधायकों को कीमत चुकानी पड़ेगी. हम सरकार को बचाने की हर संभव कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक बात रही बहुमत की तो बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा. उन्होंने कहा कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तो पता चल जाएगी कि हमारे पास बहुमत है.
सरकार बचाने के लिए तीनों दलों की जिम्मेदारी- अजित पवार
महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि शिवसेना विधायक दूसरे राज्यों में चले गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. यह पूरी तरह से इंटेलीजेंस की नाकामी है.
उन्होंने कहा कि सरकार बचाने के लिए कोशिश करना तीनों दलों की जिम्मेदारी है. संजय राउत ने क्यों ऐसा बयान दिया है, ये मुझे पता नहीं है. लेकिन, उन्होंने विधायकों को वापस बुलाने के लिए ऐसा कहा होगा. हम सरकार को बचाने के लिए मजबूती के साथ खड़े हैं.
संजय राउत के बयान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस की बैठक
शिवसेना नेता संजय राउत के बायान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस ने मुंबई में सहयाद्री गेस्ट हाउस में अहम बैठक की. इस बैठक में एकके पाटिल, नाना पटोले समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल थे.
संजय राउत के बयान के बाद से महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने कहा कि... हम बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए शिवसेना के साथ आए थे. यह खेल ED के कारण चल रहा है. कांग्रेस फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है. हम MVA के साथ थे और रहेंगे. अगर शिवसेना किसी और के साथ गठबंधन करना चाहती है तो कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं है. अगर जरूरी हुआ तो हम बाहर से भी महा विकास अघाड़ी सरकार को समर्थन देने को तैयार हैं. यह हमारी नियमित बैठक थी और यह शिवसेना नेता संजय राउत के बयान के कारण नहीं हुई.
हम विपक्ष में रहकर लड़ना जानते हैं- छगन भुजबल
NCP नेता छगन भुजबल ने कहा कि हम शरद पवार के नेतृत्व वाले महाविकास अघाड़ी में हैं. हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हैं. अगर हम सत्ता में ना होंगे तो हम जानते हैं कि विपक्ष में रहकर कैसे लड़ना है.
24 घंटे के भीतर आएं बागी विधायक, MVA सरकार से बाहर होने पर विचार करेंगे- संजय राउत
संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि अगर तमाम बागी विधायक 24 घंटे के भीतर मुंबई वापस लौटते हैं तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने के बारे में सोच सकती है.
संजय राउत के इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है. अभी तक महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने का प्रयास न सिर्फ उद्धव ठाकरे बल्कि शरद पवार और कांग्रेस पार्टी भी कर रही थी. लेकिन, ऐसे में राउत ने अघाड़ी से बाहर निकलने के बारे में सोचने का बयान देकर हड़कंप मचा दिया है.
ममता बनर्जी का उद्धव ठाकरे को समर्थन
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र में जारी सिसायी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि हम उद्धव ठाकरे और सभी के लिए न्याय की मांग करते हैं. आज बीजेपी सत्ता में है. मनी और माफिया की ताकत का इस्तेमाल कर रही है. लेकिन, एक दिन आप जाएंगे. कोई आपकी पार्टी भी तोड़ेगा. यह गलत है. मैं इसका समर्थन नहीं करती.
ममत बनर्जी ने कहा कि महाराष्ट्र के बागी विधायकों को असम की जगह बंगाल भेजना चाहिए. हम उन्हें बेहत आदर सत्कार करेंगे. महाराष्ट्र के बाद वे दूसरी सरकारों को भी गिराएंगे. हम जनता और संविधान के लिए न्याय की मांग करते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)