अजित पवार के बागी होकर 2 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद गुरुवार, 6 जुलाई को एनसीपी (शरद पवार) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. ये बैठक दिल्ली में हुई, जिसमें सभी 27 राज्यों के एनसीपी इकाई के नेता शामिल हुए. बैठक में कुल 8 प्रस्तावों पर मुहर लगी. इस बीच, एनसीपी की बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी शरद पवार से मिलने उनके घर पर पहुंचे.
आइये आपको बताते हैं कि बैठक में क्या-क्या हुआ?
NCP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर पीसी चाको ने कहा, "राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्यसमिति ने आज 8 प्रस्ताव पारित किये. समिति ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार पर पूरा भरोसा जताया."
पीसी चाको ने आगे कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्य समिति ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और एनडीए से हाथ मिलाने वाले 9 विधायकों को निष्कासित करने के शरद पवार के फैसले को मंजूरी दे दी.
बैठक के बाद शरद पवार ने कहा, "मैं एनसीपी का अध्यक्ष हूं."
अजित पवार के उम्र संबंधी तंज का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा, "पार्टी का पुनर्निर्माण करूंगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं 82 साल का हूं या 92 साल का."
शरद पवार ने कहा, " अजित पवार जो चाहें बनें, मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं."
शरद पवार ने कहा कि पार्टी के नाम और सिंबल के मुद्दे पर एनसीपी चुनाव आयोग से संपर्क करेगी.
वहीं, अजीत पवार गुट का कहना है कि दिल्ली में शरद पवार द्वारा बुलाई गई एनसीपी कार्यसमिति की बैठक की कोई कानूनी वैधता नहीं है. इस बीच, छगन भुजवल ने कहा है कि चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अजित पवार के NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का दावा हमने पहले ही पेश कर दिया था.
उन्होंने कहा, "हमने सरकार में आने से पहले ही ये तय कर लिया था और तुरंत इसके लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी थी."
इससे पहले 5 जुलाई को अजित पवार गुट ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि NCP के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति, जो वर्तमान में शरद पवार के पास है, 'त्रुटिपूर्ण' है और इसमें प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है. पार्टी के संविधान में कहा गया है.
बयान में यह भी दावा किया गया कि अजित पवार का समर्थन करने वाले अधिकांश पार्टी नेताओं और विधायकों ने 2 जुलाई को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से दो दिन पहले 30 जून को उन्हें(अजित) को NCP का अध्यक्ष नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया था.
बयान में आगे कहा गया, "वर्तमान में, अध्यक्ष पद सहित एनसीपी की पूरी संरचना भारी रूप से त्रुटिपूर्ण है क्योंकि एनसीपी संविधान के प्रावधानों के अनुसार कोई भी नियुक्ति नहीं की गई है. "
गुट ने यह भी दावा किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष (शरद पवार) के साथ-साथ अन्य सभी पदाधिकारियों को 10-11 सितंबर 2022 को एक 'कथित' राष्ट्रीय सम्मेलन में नियुक्त किया गया था, लेकिन नियुक्ति शून्य है क्योंकि "इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है" वे लोग जिन्होंने राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया और शरद पवार के पक्ष में मतदान किया."
बता दें कि इससे पहले 5 जुलाई को अजित और शरद गुट ने मुंबई में अलग-अलग बैठक की थी, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला किया था. अजित पवार ने कहा था कि वो महाराष्ट्र के सीएम बनना चाहते हैं.
उन्होंने शरद पवार पर उन्हें (अजित) खलनायक की तरह पेश करने का आरोप लगाया था और कहा कि 82 साल की उम्र में (शरद) ही वो रिटायर नहीं हो रहे हैं.
इसके जवाब में शरद की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा था कि, "पिता और माता के बारे में कुछ बोल नहीं सकते हैं आप. बाकी सब सुन लेंगे लेकिन माता पिता पर नहीं जा सकते हैं. हमारा अपमान कीजिए लेकिन मेरे पिता का नहीं. यह लड़ाई एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि बीजेपी के खिलाफ है जो देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है."
शरद पवार ने भी अजित को जवाब देते हुए कहा था कि "मेरे तस्वीर के पिता काम नहीं चला". उन्होंने अजित को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई गलत काम किया है तो वह सजा भुगतने को तैयार रहे.
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