Mahua Moitra expelled from parliament: महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द हो गयी है. कैश फॉर क्वैरी केस में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की गयी, जिसे ध्वनि मत से पास कर दिया गया. महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द करने का प्रस्ताव लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पेश किया और इस प्रस्ताव के पारित होने से पहले ही विपक्ष ने वाकआउट कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर 2023 को तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए एक बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत के रूप में कैश लिया था. हालांकि महुआ ने पैसे लेने की बात को झूठा बताया था.
आज लोकसभा में क्या हुआ?
104 पन्नों की एथिक्स कमेटी रिपोर्ट की लंबाई का हवाला देते हुए, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अनुरोध किया था कि वह सांसदों को रिपोर्ट को पढ़ने-समझने के लिए 3-4 दिन का समय दें.
महुआ को आज संसद में इस मामले पर बोलने की अनुमति नहीं दी गई, जिसका कुछ विपक्षी नेताओं ने विरोध किया और कहा कि उन्हें भी अपना विचार रखने की अनुमति दी जानी चाहिए.
दूसरी तरफ बीजेपी ने लोकसभा में अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया था.
रिपोर्ट पर चर्चा के बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन के सामने प्रस्ताव रखा कि, "...यह सदन समिति के निष्कर्ष को स्वीकार करता है कि सांसद महुआ मोइत्रा का आचरण एक सांसद के रूप में अनैतिक और अशोभनीय था. इसलिए, उनका सांसद बने रहना उचित नहीं है..."
इस प्रस्ताव को सदन ने स्वीकार कर लिया. इसके बाद लोकसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सांसदी जाने पर महुआ मोइत्रा ने क्या कहा?
टीएमसी सांसद के रूप में अपने निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा, "किसी भी तरह का कैश लेने या गिफ्ट लेने का कोई सबूत नहीं है.. एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है...यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है."
उन्होंने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, "...अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे से छुटकारा पा सकते हैं, तो मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू अदालत ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने कितनी जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है. इस्तेमाल से पता चलता है कि अडानी आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है. और आप एक महिला सांसद को हार मानने को मजबूर करने के लिए, उसे परेशान करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं..."
"नैतिकता पैनल मुझे उस अभ्यास के लिए दंडित कर रहा है जो लोकसभा में नियमित, स्वीकृत और प्रोत्साहित किया जाता है. संक्षेप में मुझे उस आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है जो अस्तित्व में ही नहीं है."महुआ मोइत्रा
महुआ ने यह भी कहा कि कल मुझे परेशान करने के लिए मेरे घर पर सीबीआई भेजी जाएगी.
"मैं 49 साल की हूं, मैं अगले 30 साल तक आपसे लड़ूंगी, संसद के अंदर, संसद के बाहर, गटर में, सड़क पर."महुआ मोइत्रा
संसद के बाहर महुआ मोइत्रा के पीछे चल रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि विपक्ष महुआ के साथ खड़ा है.
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