2008 मालेगांव बम धमाकों (Malegaon Blast) में आरोपी, रमेश उपाध्याय (Ramesh Upadhyay) ने नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ज्वाइन कर ली है. उपाध्याय को JDU की पूर्व सैनिकों की सेल का राज्य संयोजक नियुक्त किया गया है. उपाध्याय ने कहा कि उनकी अभी चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है और वो समाज के लिए काम करना चाहते हैं.
सेना से रिटायर्ड रमेश उपाध्याय को महाराष्ट्र एटीएस ने साध्वी प्रज्ञा और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित के साथ 2008 मालेगांव मामले के संबंध में गिरफ्तारा किया गया था. उपाध्याय 2017 में जमानत पर रिहा हो गए थे. मुंबई में एनआई कोर्ट में मामले का ट्रायल जारी है.
रमेश उपाध्याय ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यूपी में JDU के सदस्यों ने उनसे संपर्क किया था और बात करने के बाद उन्होंने पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया. उपाध्याय ने कहा कि उनका पार्टी नेतृत्व में विश्वास है.
अपने खिलाफ लगे आरोपों पर उपाध्याय ने कहा,
“मैं बेगुनाह हूं. मैं एक राष्ट्रवादी हूं, एक देशभक्त और धर्मनिरपेक्ष इंसान. मुझे मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में झूठा फंसाया गया. मैं अपने बरी होने का इंतजार कर रहा हूं. मैं समाज के लिए काम करना चाहता हूं. JDU गरीब और दलितों के विकास के लिए ईमानदारी से काम कर रहा है.”
उपाध्याय ने कहा कि वो JDU के नारे 'सामाजिक न्याय के साथ विकास' में यकीन रखते हैं. अभी महाराष्ट्र के पुणे में रह रहे रमेश उपाध्याय ने कहा कि पार्टी के काम के लिए वो उत्तर प्रदेश की यात्रा करेंगे.
उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले रमेश उपाध्याय ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बलिया से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. उपाध्याय 2012 में हिंदू महासभा के टिकट पर यूपी विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं.
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