नीम हकीम में खतरे जान. यह कहावत उस व्यक्ति के साथ सही साबित हो गयी, जिसने एक नीम हकीम की सलाह पर गला साफ करने के दौरान टूथब्रश निगल लिया. हालांकि बाद में एम्स के डाक्टरों ने बिना किसी आपरेशन के टूथब्रश को निकाल दिया. 12 सेंटीमीटर लंबे टूथब्रश को एंडोस्कोपी के जरिए निकाला गया.
दिल्ली के सीमापुरी निवासी आविद ने 8 दिसंबर को गला साफ करते वक्त टूथब्रश निगल लिया था. उसने इस बारे में किसी को भी कुछ नहीं बताया. लेकिन अगले सुबह सोकर उठते ही उसके पेट में दर्द होने लगा. इसके बाद उसे पास के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.
उसने गलती से टूथब्रश निगलने के बारे में डाक्टरों को कुछ नहीं बताया. एम्स के इमरजेंसी विभाग के प्रमुख डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि डाक्टरों ने राहत के लिए एंटीबायोटिक दी, लेकिन इससे रोगी को फायदा नहीं हुआ.
चेस्ट का एक्सरे और सिटी स्कैन किया गया, लेकिन दर्द के कारण का पता नहीं चल सका. इसके बाद पेट का सिटी स्कैन किया गया, जिसमें पेट के अंदर किसी बाहरी वस्तु की मौजूदगी के बारे में पता चला. बाद आविद ने बताया कि उसने गलती से टूथब्रश निगल लिया है.
जीटीबी अस्पताल में एंडोस्कोपी की सुविधा नहीं होने के चलते उसे एम्स भेज दिया गया. एम्स में इमरजेंसी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि 10 दिसंबर को गेस्ट्रोलॉजिस्टों ने एंडोस्कोपी करके टूथब्रश को बाहर निकाल दिया था. कुछ दिनों बाद उसे छुट्टी दे दी गयी.
(इनपुट: भाषा)
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