एयर होस्टेस से यौन उत्पीड़न के मामले में अब केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सख्ती दिखाई है. उन्होंने सोमवार को एयर इंडिया की आंतरिक शिकायत समिति के प्रमुख को निर्देश दिए कि वो इस मामले में की गई शिकायत की जांच जून महीने के अंदर ही पूरी करें.
एयर होस्टेस ने केंद्रीय महिला और बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री से मुलाकात की थी जिसके बाद ये कदम उठाया गया. एयर इंडिया की एयर होस्टेस ने अपने सीनियर अफसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाया है.
मेनका गांधी ने सिविल एविएशन मिनिस्टर के सामने उठाया मामला
डब्ल्यूसीडी मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, मेनका गांधी ने नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु के सामने भी ये मामला उठाया. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है,
‘‘मंत्री (मेनका गांधी) ने एयर इंडिया की आंतरिक शिकायत समिति के प्रमुख से भी बात की और उन्हें जून के भीतर जांच पूरी करने के निर्देश दिए.’’
सुरेश प्रभु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में एयर होस्टेस ने इस घटना की जांच के लिए निष्पक्ष जांच समिति गठित करने की अपील की थी.
पत्र का जवाब देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘एयर इंडिया के सीएमडी से इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देने के लिए कहा है. अगर जरुरत पड़ी तो अन्य समिति गठित की जाएगी.''
क्या है एयर होस्टेस का आरोप?
एयर होस्टेस ने आरोप लगाया कि सीनियर एग्जीक्यूटिव पिछले 6 सालों से उसका उत्पीड़न कर रहा है और उन्होंने उसे हॉलीवुड फिल्म निर्माता हार्वें वाइंस्टीन जैसा बताया. वाइंस्टीन पर कई नामी हिरोइनों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
एयर होस्टेस ने 25 मई को लिखे पत्र में कहा,
‘‘ये वरिष्ठ अधिकारी दरिंदा है और उसने मुझे यौन प्रस्ताव दिया, मेरा यौन शोषण किया, मेरी मौजूदगी में अन्य महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. कार्यालय परिसर में मेरी मौजूदगी में मुझसे और अन्य महिलाओं से यौन गतिविधि के लिए कहा.
पत्र में कहा गया है, ‘‘उसने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और जब मैंने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया तो उसने मुझे मिलने वाले अधिकार छीन लिए. उसने ऑफिस में मेरा जीना दूभर कर दिया और ऐसा करता ही रहा.''
महिला ने कहा कि अगर उसे सिविल एविएशन मंत्री से मिलने का मौका दिया जाता है तो वह उस अधिकारी के नाम का खुलासा करेगी.
सुनवाई न होने का भी लगाया आरोप
एयर होस्टेस ने कहा कि उसने पिछले सितंबर में एयर इंडिया में शिकायत दर्ज कराई थी और इसके बाद एयरलाइन के सीएमडी को भी पत्र लिखा था लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. उसने एयरलाइन के विमेन सेल पर भी इस मामले पर कुछ ना करने का आरोप लगाया.
(भाषा से)
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