मणिपुर (Manipur) के थौबल जिले की एक स्थानीय अदालत ने 4 मई को कांगपोकपी जिले में दो नग्न महिलाओं की परेड के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को शुक्रवार को 11 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. अधिकारियों के मुताबिक, मामले के जांच अधिकारी की याचिका पर थौबल में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चारों को 31 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया.
इस बीच, शुक्रवार को गुस्साई भीड़ ने थौबल के वांगजिंग इलाके में फरार संदिग्ध 20 वर्षीय एल कबीचंद्र के घर में आग लगा दी.
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि महिलाओं की भीड़ ने गुरुवार देर शाम थौबल जिले के याइरीपोक गांव में मुख्य आरोपी हुइरेम हेरोदास सिंह (मैतेई) के घर को जला दिया.
मणिपुर पुलिस ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के चौंकाने वाले मामले में हुइरेम हेरोदास सिंह समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार लोगों से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है और इस समय वह डिटेल का खुलासा नहीं कर सकते.
क्या है पूरा मामला?
मणिपुर हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया. वीडियो में पुरुषों की भीड़ दो महिलाओं को बंधक बनाकर ले जा रही है. महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही हैं पर उन्हें मदद नहीं मिली.
ये घटना 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई थी, जिसमें उन महिलाओं को मोलेस्ट कर उन्हें घसीटा जा रहा था. उन्हें कपड़े उतारने पर मजबूर किया गया और उन्हें भीड़ के सामने नग्न परेड कराई गई.
इस मामले पर मणिपुर पुलिस ने ट्वीट किया कि...
''राज्य पुलिस शेष दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. छापेमारी जारी है''
इस बीच, राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने मीडिया को बताया कि पीड़ित महिलाएं अब सुरक्षित हैं. एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोषियों को पकड़ने के लिए मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान जारी है.
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