बीजेपी सरकार, पीएम मोदी और आरएसएस पर एक वीडियो पोस्ट करने के बाद जेल में बंद मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम की अब जल्द रिहाई हो सकती है. मणिपुर हाईकोर्ट ने वांगखेम की रिहाई के आदेश दिए हैं. पिछले साल नवंबर में उन पर नेशनल सेक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
क्यों लगाया गया NSA?
मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम ने पीएम नरेंद्र मोदी, मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और आरएसएस पर एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था. इस वीडियो में इनकी आलोचना की गई थी. वीडियो अपलोड करने के बाद उन्हें NSA के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद मामला हाई कोर्ट में गया और अब हाई कोर्ट ने पत्रकार की रिहाई के आदेश जारी कर दिए हैं.
सरकार और किसी संस्था की आलोचना करने वाले एक पत्रकार की गिरफ्तारी का काफी विरोध भी हुआ. कई लोगों ने इसे राज्य सरकार और केंद्र सरकार की मनमानी बताया और NSA का दुरुपयोग करार दिया. इस पर सरकार की सोशल मीडिया पर भी जमकर आलोचना हुई
मीडिया से बात करते हुए किशोरचंद्र वांगखेम की पत्नी ने कहा कि वो इस फैसले से काफी खुश हैं. फिलहाल रिहाई में दो से तीन दिन तक लग सकते हैं. उन्होंने बताया कि वांगखेम बीमार हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है. अपने पति को जब उन्होंने अलग डाइट देने की बात कही तो पुलिस ने उन्हें इस तरह का कोई भी आश्वासन देने से इनकार कर दिया.
किस पोस्ट पर हुई गिरफ्तारी
मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम की गिरफ्तारी उस सोशल मीडिया पोस्ट पर हुई, उन्होंने लक्ष्मीबाई की जयंती के मौके पर यह पोस्ट किया था. उन्होंने लिखा था कि सीएम यह दावा करते हैं कि देश को एक सूत्र में बांधने के लिए झांसी की रानी का योगदान था. लेकिन मणिपुर के लिए उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. केंद्र सरकार के कहने पर सरकार ऐसा कर रही है. उन्होंने इस दौरान हिंदुत्व का जिक्र करते हुए पीएम मोदी और आरएसएस का नाम भी लिया.
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