मणिपुर (Manipur) के नोनी जिले में हुए भूस्खलन (Landslide) के मलबे से बचाव दल ने शुक्रवार को 12 और शव निकाले गए. भारतीय सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, SDRF और NDRF की ओर से तलाशी अभियान आज भी मणिपुर के तुपुल में घटना स्थल पर जारी है. भारतीय सेना ने जानकारी दी कि आज तलाशी के दौरान प्रादेशिक सेना के 8 और जवान, इसके अलावा चार और नागरिकों के शव बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है.
बता दें, गुरुवार सुबह करीब 2 बजे यहां प्राकृतिक आपदा आई. अधिकारियों के मुताबिक 43 लोग अभी भी लापता हैं. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
बताया जा रहा कि मणिपुर के नोनी जिले में एक नदी से शवों को निकालने के लिए खुदाई की मशीन का उपयोग किया जा रहा है, जहां टेरिटोरियल आर्मी के जवानों सहित कई लोगों के भूस्खलन से हुए हादसे के चलते दबे होने की आशंका है.
बुधवार रात टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण स्थल के पास 107 टेरिटोरियल आर्मी (TA) शिविर में हुए बड़े भूस्खलन में अब तक 20 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. अधिकारियों ने शवों को बाहर निकालने के लिए नदी के दुर्गम बहाव वाले इलाके में खुदाई करने वाली मशीनों को तैनात किया है.
वहीं, घटना पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि यह जानकर स्तब्ध हूं कि दार्जिलिंग हिल्स के कई जवान (107 टेरिटोरियल आर्मी यूनिट) मणिपुर भूस्खलन में हताहतों में शामिल हैं.
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