उत्तर प्रदेश बार काउंसिल कीअध्यक्ष दरवेश यादव का हत्या करने वाले शख्स मनीश शर्मा की शनिवार, 22 जून को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में मौत हो गई. मनीष का पिछले कई दिनों से मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. दरवेश यादव की हत्या करने के बाद मनीष ने खुद को भी कनपटी पर गोली मार ली थी.
खुद को गोली मार लेने के बाद मनीष को दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल रेफर किया गया था. तब से उसका इलाज मेदांता में ही चल रहा था. लेकिन काफी दिनों से वो वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर ही था. शनिवार शाम को उसे मृत घोषित कर दिया गया.
आगरा की एडवोकेट दरवेश यादव हत्या के 2 दिन पहले ही यूपी बार काउंसिल की पहली अध्यक्ष चुनी गईं थीं. इस पद पर पहुंचने वाली वो पहली महिला थीं. कोर्ट परिसर में दरवेश का ही स्वागत समारोह चल रहा था.तभी मनीष ने सबसे पहले मनोज को गोली मारी लेकिन मनोज नीचे झुककर बच गया. फिर मनीष ने लगातार 3 गोलियां दरवेश पर दागीं. वहां मौजूद लोग कुछ कर पाते तब तक पांचवी गोली मनीष ने खुद को मार ली.
सब कुछ इतना अचानक हुआ कि हर कोई अवाक रह गया. गोली चलने से कोर्ट परिसर में अफरातफरी फैल गई. स्वागत की खुशियां मातम में बदल गईं.
दरवेश का करीबी था मनीष
पूरे केस में खास बात ये है कि मनीष शर्मा दरवेश यादव का करीबी एडवोकेट था. दरवेश के फेसबुक पर भी उनकी आरोपी मनीष शर्मा के साथ कई तस्वीरें देखी जा सकती हैं. लेकिन लोगों का मानना है कि वो दरवेश के बढ़ते कद और उनकी कामयाबी से जलने लगा था और इसी की वजह से उसने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया था.
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