ADVERTISEMENTREMOVE AD

अभिजीत को नोबेल:मनमोहन-सोनिया की बधाई, राहुल ने की सरकार की खिंचाई

कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने भी अभिजीत बनर्जी को नोबेल प्राइज जीतने की बधाई दी है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को 2019 के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज मिला है. इस पर पूर्व प्रधानमंत्री और जाने-माने अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने खुशी जताई है. मनमोहन सिंह ने कहा, "ये जानकर मुझे बहुत खुशी और गर्व की अनुभूति हो रही है कि मेरे दोस्त और प्रोफेसर अमर्त्य सेन के बाद आप दूसरे भारतीय हैं, जिनको अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज मिला है." वहीं राहुल गांधी ने अभिजीत बनर्जी को बधाई देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैं अर्थशास्त्र के एक छात्र के रूप में बहुत खुश हूं कि कमेटी ने डेवलपमेंट इकनॉमिक्स में काम करने वाले शख्स को सम्मानित करने के लिए चुना जो कि भारत जैसे विकासशील देशों में पॉलिसी बनाने के लिए बहुत उपयोगी है.'

मैं अर्थशास्त्र के एक छात्र के रूप में बहुत खुश हूं कि कमेटी ने डेवलपमेंट इकनॉमिक्स में काम करने वाले शख्स को सम्मानित करने के लिए चुना जो कि भारत जैसे विकासशील देशों में पॉलिसी बनाने के लिए बहुत उपयोगी है.
मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री

मनमोहन सिंह ने ये भी कहा, 'आपके साथ आपकी पत्नी एस्थर डुफ्लो को भी अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज दिया गया है. दिल से आपको और आपकी पत्नी को बहुत बधाइयां. आपने 'वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन' और डेवलपमेंट इकनॉमिक्स पर अच्छा काम किया है.'

"अर्थव्यवस्था को नष्ट कर रहा है मोदीनॉमिक्स"

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अभिजीत बनर्जी को बधाई देते हुए अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार की नीतियों को निशाने पर लिया है. राहुल गांधी ने कहा-

अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज जीतने के लिए अभिजीत बनर्जी को बधाई. अभिजीत ने गरीबी को खत्म करने वाले NYAY (न्यूनतम आय योजना) के कॉन्सेप्ट को बनाने में मदद की और भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया. लेकिन हमारे पास इसकी जगह अब मोदीनॉमिक्स है, जो अर्थव्यवस्था को नष्ट कर रहा है और गरीबी को बढ़ा रहा है.

वहीं कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो को अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज जीतने की बधाई दी है. उन्होंने कहा, 'एक महान साहित्यकार के रूप में अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो ने हर भारतीय को खुश किया है.'

बता दें, 58 साल के अभिजीत विनायक बनर्जी ने कलकत्ता यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनिर्वसिटी (JNU) से पढ़ाई की है. अभिजीत ने साल 1988 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की. फिलहाल, वो मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×