(वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के किसानों को लेकर दिए गए एक बयान पर विवाद हो गया है. 3 अक्टूबर को अपने आवास पर बीजेपी (BJP) के किसान मोर्चा की बैठक में खट्टर ने हरियाणा के हर जिले में ऐसे 1000 वॉलन्टियर्स किसानों को तैनात करने को कहा, जो लाठी और जेल जाने के लिए तैयार हों. खट्टर के इस बयान पर कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां हमलावर हैं.
खट्टर ने कहा, "जब आप 2-4 महीनों में बाहर आएंगे, तो आप अपने आप एक बड़े नेता बन जाएंगे. चिंता न करें, इतिहास में आपका नाम आएगा."
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री समाज को तोड़ने और कानून व्यवस्था को खत्म करने की बात कर रहे हैं. सुरजेवाला ने लिखा, "अगर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही हिंसा फैलाने, समाज को तुड़वाने और कानून व्यवस्था को खत्म करने की बात करेंगे, तो प्रदेश में कानून और संविधान का शासन चल ही नहीं सकता. आज बीजेपी के किसान विरोधी षडयंत्र का भंडाफोड़ हो ही गया. ऐसी अराजक सरकार को चलता करने का समय आ गया है."
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने खट्टर के बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा, "मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी का बयान अत्यंत शर्मनाक, अशोभनीय और निंदनीय है. मुख्यमंत्री जी, अन्नदाताओं की मदद करना तो दूर आप तो हिंसा और भड़काने वाली बात कर रहे हैं."
खट्टर ने क्या कहा था?
किसानों के बारे में बात करते हुए, खट्टर कहते हैं कि उत्तर और पश्चिम हरियाणा के जिलों में सैकड़ों वॉलन्टियर्स को इकट्ठा करना चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वो "जैसे के लिए तैसा" करने के लिए तैयार होंगे. एक सवाल के जवाब में, उन्होंने आश्वासन दिया कि वॉलन्टिर्स को जमानत के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.
खट्टर कहते हैं, "जब आप जेल में कुछ समय सजा काटते हैं, तो आप इस बैठक से जितना सीख सकते हैं, उससे कहीं ज्यादा सीखेंगे. आप बड़े नेता बनेंगे और इतिहास में आपका नाम दर्ज होगा."
बाद में वो लोगों को आगाह करते हुए भी नजर आते हैं कि चाहे कुछ भी हो, उन्हें अनुशासित रहना चाहिए. मुख्यमंत्री का ये विवादित बयान यूट्यूब पर लाइव होस्ट किया गया था, लेकिन क्लिप के कुछ हिस्से सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसे वहां से हटा लिया गया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री का ये बयान उस समय आया है, जब करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा अपने एक आदेश को लेकर विवादों में हैं. एक महीना पहले करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान एसडीएम को ये कहते हुए रिकॉर्ड किया गया था कि 'किसानों का सिर फोड़' देना. इस विवाद के बाद उनका तबादला कर दिया गया था.
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