बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने लखनऊ में पार्टी पधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है.
लखनऊ में BSP ने विधानसभा चुनाव में अपने परफॉर्मेंस और लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान आकाश आनंद को उन्होंने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी.
पार्टी के शाहजहांपुर जिलाअध्यक्ष उदय वीर सिंह ने कहा "मायावती जी ने आकाश आनंद को पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया है. वहीं, जिन राज्यों में बीएसपी कमजोर है, वहां की भी जिम्मेदारी आकाश आनंद को सौंपी गई है."
वहीं, 15 जनवरी को मायावती का जन्मदिन है. उनके जन्मदिन को पार्टी जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाएंगी.
बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा
मायावती ने बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को लोकसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने का निर्देश दिया. बीएसपी ने बैठक के बाद एक प्रेस रिलीज जारी किया. जिसमें कहा...
"आज पार्टी की बैठक में देश के विभिन्न राज्योंं के वरिष्ठ पदाधिकारियों को विरोधी पार्टियों के छल-छलावों अर्थात् फाउल प्ले के सहारे राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ का सही से सामना करने के लिए 'डबल मेहनत से संगठन की मजबूती व जनाधार को बढ़ाने का आहवान किया. जिससे 'वोट हमारा, राज तुम्हारा की चली आ रही शोषणकारी व्यवस्था से सर्वसमाज के गरीबों और अन्य मेहनतकश बहुजनों को इससे जल्द मुक्ति मिल सके."
बैठक में कहा गया कि विरोधी पार्टियां सैकड़ों-हजारों करोड़ रुपयों के चन्दों के बल पर काफी खर्चीला चुनाव लड़कर जनमत को प्रभावित करने का प्रयास करती हैं. वहीं पार्टी ने दावा किया कि वे लोगों की खून-पसीने की कमाई पर आश्रित है.
इसके साथ ही, बीएसपी ने चुनाव की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया. कहा "विरोधी पार्टियों की ओर से आदर्श चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए किस्म-किस्म के लुभावने और कभी न पूरा किये जाने वाले वादे आदि करके चुनाव को इस हद तक प्रभावित किया जाता है कि चुनाव का माहौल बहुकोणीय संघर्ष होने के बावजूद चुनाव परिणाम उसके अलग एकतरफा हो जाता है तो स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कैसे संभव ?
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