इस हफ्ते की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी ट्विटर हैंडल अनफॉलो कर दिया. इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और अमेरिका में भारतीय दूतावास समेत पांच ट्विटर हैंडल अनफॉलो किए गए.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने 30 अप्रैल को कहा, "मीडिया रिपोर्ट के जरिए व्हाइट हाउस ने इस पर सफाई दे दी है. राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे के दौरान कुछ समय के लिए उन्होंने ट्विटर अकाउंट फॉलो किए थे. ये इसलिए किया गया था जिससे कि होस्ट देश के अधिकारी दौरे के बारे में मैसेज रीट्वीट कर सकें."
29 अप्रैल को व्हाइट हाउस ने कहा कि उसका ट्विटर हैंडल राष्ट्रपति के दौरे के दौरान होस्ट देश के अधिकारियों के हैंडल कुछ समय के लिए फॉलो करता है. जिससे दौरे के समर्थन में मैसेज को रीट्वीट किया जा सके.
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई से कहा, "व्हाइट हाउस का ट्विटर अकॉउंट सामान्य रूप से अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और संबंधित लोगों के अकाउंट ही फॉलो करता है."
'निराश': व्हाइट हाउस के पीएम को अनफॉलो करने पर राहुल गांधी
व्हाइट हाउस के पीएम मोदी, राष्ट्रपति कोविंद के ट्विटर अकाउंट को अनफॉलो करने से भारत में सोशल मीडिया प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गईं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे 'निराशाजनक' बताया.
29 अप्रैल तक व्हाइट हाउस के 2.2 करोड़ फॉलोवर्स थे. पारंपरिक रूप से ये 13 अकाउंट को फॉलो करते आया है. जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल, फर्स्ट लेडी, उपराष्ट्रपति, सेकंड लेडी, नए प्रेस सेक्रेटरी, नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल, पूर्व व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी स्टेफनी ग्रीषम समेत कई लोग हैं.
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