उत्तर प्रदेश के मेरठ में सिख समुदाय के लोग इसलिए नाराज हैं, क्योंकि उनके मुताबिक किसी ने गुरुद्वारे में घुसकर पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के कुछ अंकों को फाड़ दिया. जिसके बाद इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई. लेकिन सिख समुदाय का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते सोमवार 9 अगस्त को गुरुद्वारे में मेरठ और आसपास के जिलों के तमाम सिख पहुंचे और इस मामले को लेकर चर्चा हुई.
डीएम और एसएसपी को अल्टीमेटम
जानकारी के मुताबिक, इस पंचायत में यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के सिख समाज के प्रमुख शामिल हुए और उन्होंने मेरठ के तारापुर गुरुद्वारे में हुई इस घटना की निंदा की. हालांकि इस दौरान सिख समाज के लोग डीएम और एसएसपी के मौके पर नहीं पहुंचने को लेकर खासे नाराज दिखे. सिख नेता सुरेंद्र सिंह फलौदीया ने इस मामले को लेकर कहा,
"तारापुर गांव के अंदर गुरुग्रंथ साहिब के 55 अंकों को फाड़ा गया है. जिसने भी ये किया है बहुत गलत किया है. इस घटना को लेकर दूर-दूर से सिख आए, लेकिन दुख की बात ये रही कि न तो यहां डीएम मेरठ ना ही एसएसपी मेरठ यहां पर आए. हमने उन्हें अल्टीमेटम दिया कि अगर तीन दिन के भीतर इस केस को खोलकर आरोपी को गिरफ्तार करे, नहीं तो इसके बाद 15 अगस्त तक एक बड़ी सिख महापंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें देशभर से सिख आएंगे."
पुलिस ने दिया जल्द कार्रवाई का आश्वासन
सिख समुदाय की इस पंचायत में एसडीएम और स्थानीय एसओ पहुंचे थे. जिन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी. सिख नेता मेजर जोगिंदर सिंह ने कहा कि, हमने प्रशासन को पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि अगर दोषी पकड़े नहीं गए तो पूरा सिख समाज मेरठ में कमिश्नरी का घेराव करेगा.
हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है. अभी से साफ नहीं है कि किन शरारती तत्वों ने ऐसा काम किया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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