भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को लेकर 13,500 करोड़ रुपये के PNB बैंक घोटाला मामले में ड्रामा जारी है. अब चोकसी ने बारबरा जबरीका नाम की एक महिला का नाम लिया है. मेहुल का दावा है कि बारबरा ने उनको फंसाया और उनके अपहरण में मदद की.
डोमिनिकन प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने 8 जून को कहा, "इस भारतीय नागरिक का मामला कोर्ट में है और कोर्ट तय करेगा कि इस व्यक्ति के साथ क्या होगा."
मामले में दिलचस्पी तब और बढ़ गई, जब चोकसी ने दावा किया कि उनका अपहरण कर डोमिनिका एक ‘बड़े भारतीय नेता’ को इंटरव्यू देने के लिए लाया गया था.
23 मई को मेहुल चोकसी एंटीगा से गुमशुदा हो गया था. वो वहां 2018 से रह रहा था. इसके बाद चोकसी को ढूंढा गया और वो 26 मई को डोमिनिका में पकड़ा गया.
विजय माल्या और नीरव मोदी की तरह ही मेहुल चोकसी भी अभी तक भारत प्रत्यर्पण की कोशिशों से बचता आया है.
महिला कौन है?
एंटीगा की पुलिस को दी अपनी शिकायत में चोकसी ने कहा कि वो 'पिछले एक साल से बारबरा के साथ दोस्ताना रिश्ते में है.' न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, चोकसी ने कहा, "23 मई को बारबरा ने मुझे उसके घर लेने आने के लिए कहा. जब मैं वहां गया तो 8-10 लोग आए और मुझे पीटना शुरू कर दिया."
चोकसी ने कहा कि उन लोगों ने फोन, घड़ी और वॉलेट ले लिया लेकिन पैसे लौटा दिए.
चोकसी ने अपनी शिकायत में कहा, "जब मुझे पीटा जा रहा था, तो बारबरा ने मेरी मदद करने की कोशिश भी नहीं की. जिस तर्ज उसने बर्ताव किया, ऐसा लगता है मेरे अपहरण की पूरी योजना में वो भी शामिल थी."
भारतीय नेता और एजेंट शामिल थे?
चोकसी ने अपनी पांच पन्नों की शिकायत में कहा, "मुझे बताया गया था कि मेरा अपहरण कर मुझे डोमिनिका एक बड़े भारतीय नेता के साथ इंटरव्यू के लिए लाया गया है."
चोकसी ने कहा, "उन्होंने कहा कि डोमिनिका में मेरी नागरिकता को देख लिया जाएगा और मुझे जल्दी ही भारत भेजा जाएगा." चोकसी ने कुछ 'भारतीय एजेंटों' से मिलने का भी दावा किया है.
किसी नरेंदर सिंह से बात करने के लिए मजबूर किए जाने का दावा करते हुए मेहुल ने कहा, “मैं नाव पर दो भारतीय और तीन कैरिबियन लोगों को देख सकता था. भारतीय लोग बहुत अनुभवी हत्यारे या कॉन्ट्रैक्टर लग रहे थे, जिन्हें इसी काम के लिए रखा गया हो. उन्होंने मुझसे कहा कि वो एक साल से मुझ पर नजर रख रहे थे. दूसरे व्यक्ति ने मुझसे मेरे फाइनेंस और विदेशी अकाउंट के बारे में पूछा.”
चोकसी का दावा है कि उनसे बारबरा के साथ रिश्ते को सबसे सामने लाने से मना किया गया था क्योंकि इससे पब्लिक स्कैंडल हो सकता था और उनकी पत्नी को परेशानी हो सकती थी.
भारतीय टीम खाली हाथ लौटी
डोमिनिका के हाईकोर्ट की ओर से भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के मामले में सुनवाई स्थगित करने के बाद, सीबीआई, ईडी और विदेश मंत्रालय की आठ सदस्यीय टीम बिना मेहुल को लिए ही वापस भारत के लिए रवाना हो गई. चोकसी के फिलहाल भारत आने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. इसलिए उसे भारत वापस लाने के लिए गई टीम को अब खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.
एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, डोमिनिका से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और सीआरपीएफ के दो कमांडो की आठ सदस्यीय टीम के साथ निजी कतर जेट गुरुवार को रवाना हुआ.भारतीय अधिकारियों की टीम शनिवार को चोकसी मामले से संबंधित दस्तावेजों के एक सेट के साथ डोमिनिका पहुंची थी.
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