कोलकाता में 22 दिसंबर को रात करीब 10 बजे के आसपास नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला किया गया. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, चेहरा छिपाए करीब 7-8 लोगों ने उनपर लाठियों से हमला किया. लोगों ने बताया कि हमलावर 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे.
इस हमले में घायल हुए लोगों में अधिकतर 'फेमिनिस्ट इन रेजिस्टेंस' ग्रुप की महिलाएं हैं.
रविवार की रात प्रदर्शन कर रहे दर्शना ने द क्विंट को बताया, ‘वो सभी ‘जय श्री राम’ चिल्ला रहे थे. उनके हाथों में लाठियां थीं और वो हमारे सिर पर हमला कर रहे थे.’
एक दूसरे शख्स ने कहा, 'वो हमें धमकी दे रहे थे, कह रहे थे- 'तुम NRC के खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर सकते.' एक व्यक्ति जो ये सब रिकॉर्ड कर रहा था, उन्होंने उसपर हमला किया और उसका कैमरा भी तोड़ दिया.'
दो घायल लोगों में से एक के सिर में चोट आई थी, दोनों को पास के अस्पताल में जाकर अपना इलाज कराना पड़ा.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हमलावरों के खिलाफ जाधवपुर पुलिस स्टेशन में दो एफआईआर दर्ज कराई है. कोलकाता पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जिन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
'ट्रैफिक के सामने धक्का दिया'
प्रदर्शन कर रहीं अमृता ने क्विंट को बताया कि हमलावरों ने उन्हें सड़क पर गाड़ियों के सामने धक्का दे दिया.
‘मुझे चालू ट्रैफिक के आगे धक्का दे दिया गया. अगर वहां ऑटो की जगह कोई गाड़ी होती, मुझे नहीं मालूम कि वो गाड़ी को इतनी जल्दी रोक पाते. पता नहीं मैं इस वक्त यहां खड़ी भी होती या नहीं.’अमृता, प्रदर्शन कर रहे लोगों में शामिल
आरोपी को इस तरह पकड़ा
जहां अधिकतर आरोपी मौके से फरार हो गए, वहीं प्रदर्शन कर रहे लोग एक आरोपी को पकड़ने में कामयाब रहे. उन्होंने आरोपी को पकड़कर जाधवपुर थाने में पुलिस के हवाले किया. एक शख्स ने बताया कि भागते वक्त वो गिर पड़ा, तभी लोगों ने उसे पकड़ लिया.
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