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‘मर्सल’ फिल्‍म विवाद पर सियासत गरमाई, राहुल ने पीएम को दी नसीहत

BJP नेताओं ने फिल्म से GST की आलोचना करते सीन्स को डिलीट करने की मांग की है.

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साउथ के सुपरस्टार विजय की फिल्म ‘मर्सल’ को लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को नसीहत दी है. खास बात तो ये है कि कई बीजेपी नेताओं ने भी फिल्‍म की कुछ बातों को लेकर ऐतराज जताया है.

'मर्सल' दीपावली के दिन रिलीज हुई है. फिल्म के कुछ डायलॉग में जीएसटी और डिजिटल इंडिया कैंपेन का मजाक उड़ाया गया है.

तमिलनाडु बीजेपी के प्रेसिडेंट थमिलीसाई सौंदरराजन ने फिल्म से इन सीन को हटाने की मांग की है. वहीं केंद्रीय मंत्री राधाकृष्णन ने भी सौंदरराजन की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि फिल्म में जीएसटी के बारे में जो झूठ फैलाए गए हैं, वैसे सीन को हटाया जाना चाहिए.

फिल्म के एक सीन में विजय कहते हैं, सिंगापुर 7% जीएसटी लगाकर भी सभी को फ्री हेल्थकेयर दे रहा है, जबकि 28% लगाने वाला भारत यह सुविधाएं नहीं दे पा रहा है.

शुक्रवार को बीजेपी महासचिव एच राजा ने कहा कि पार्टी आलोचना का स्वागत करती है, लेकिन झूठ को सहन नहीं करेगी.

यह सफेद झूठ है कि सिंगापुर में हेल्थ पूरी तरह फ्री है. हमारे भारत में भी शिक्षा और स्वास्थ्य गरीबों के लिए फ्री हैं. मर्शल केवल विजय की नरेंद्र मोदी के लिए नफरत का नतीजा है.
बीजेपी महासचिव एच राजा
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राहुल गांधी ने भी मारा ताना

कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी के इस रुख का विरोध किया है. राहुल ने पीएम मोदी को टारगेट करते हुए लिखा, ‘मिस्टर मोदी, सिनेमा तमिल संस्कृति और भाषा की गहरी अभिव्यक्ति है. 'मर्सल' में छेड़छाड़ कर तमिलोंं के गर्व को डिमॉन-ऐटाइज करने की कोशिश मत कीजिए’.

तमिलनाडु के कांग्रेस प्रेसिडेंट थिरुनावुक्करासर ने बीजेपी से आलोचना को हल्के में लेने की अपील करते हुए कहा:

लोगों को उन सीन में मजा आ रहा है. लोग जीएसटी से प्रभावित हुए हैं. फिल्म में इसी चीज को दिखाया गया है. किसी भी लोकतांत्रिक समाज में फ्रीडम ऑफ स्पीच बहुत अहम चीज होती है.

वीसीके प्रेसिडेंट थिरुमवलवन का कहना है कि बीजेपी को सेंसर बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए, फिल्म के खिलाफ नहीं.

पीएमके यूथ विंग लीडक अंबुमणि रामदास ने कहा, ‘फ्री यूनिवर्सल हेल्थ केयर की मांग करना कहीं से भी गलत नहीं है.’

सीपीआई (एम) के स्टेट सेक्रेटरी जी रामकृष्णन ने सरकार पर केंद्र सरकार के साथ मिलने का आरोप लगाया और कहा कि इससे फिल्म इंडस्ट्री के लोग असहज हो रहे हैं.

फिल्म में डॉक्टरों को लेकर भी कुछ सीन हैं. इन सीन पर तमिलनाडु गवर्मेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने आपत्ति जताई है और डॉक्टरों से वैसे सीन को नजरअंदाज करने की अपील की.

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