नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर हो रहे बवाल को लेकर गृह मंत्रालय (MHA) ने बताया है कि, यह कानून भारत के लोगों के लिए लागू नहीं होता है और विदेशी लोगों को देश से निकालने की प्रक्रिया का भी इससे कोई लेना देना नहीं है. यह बात सूत्रों के हवाले से कही जा रही है.
ANI सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने CAA को लेकर साफ किया है इस कानून में किसी विदेशी के निर्वासन से कोई लेना-देना नहीं है और यह भारतीय नागरिकता वाले लोगों के लिए लागू नहीं किया गया है.
जामिया मामले पर भी गृह मंत्रालय ने दिया था बयान
15 दिसंबर को जामिया में हिंसक प्रदर्शन के बाद हुई पुलिस कार्रवाई पर गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, CAA के खिलाफ रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस की तरफ से एक भी गोली नहीं चलाई गई थी.
जामिया में पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में रविवार को खूब बवाल किया गया, साथ ही इसे लेकर अभी प्रदर्शन जारी है. पुलिस पर आरोप लगाया गया है कि जामिया कैंपस में पुलिसकर्मियों ने छात्रों की बुरी तरह पिटाई की. पुलिस पर बिना किसी अनुमति के यूनिवर्सिटी में घुसने का आरोप भी लगाया गया है.
गृहमंत्री ने छात्रों से की अपील
CAA कानून पर देश भर के छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को झारखंड की एक चुनावी रैली में कहा कि, छात्रों से अपील है कि वह नागरिकता संशोधन अधिनियम की स्टडी करें. इसमें नागरिकता लेने नहीं नागरिकता देने की बात कही गई है. भारत के किसी भी नागरिकों की नागरिकता इस कानून के तहत नहीं ली जा सकती है. छात्रों को केवल गुमराह किया जा रहा है.
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