भारत की सबसे बड़ी दूध डेयरी अमूल (Amul) ने मंगलवार, 16 अगस्त को दूध की कीमतों में प्रति लीटर 2 रुपए बढ़ाने का ऐलान किया. नए बदलाव 17 अगस्त से पूरे देश में लागू हो चुके हैं. अमूल द्वारा लिए गए फैसले के बाद देश भर की डेयरी कंपनियों ने दूध के दामों में जल्द ही बढ़ोतरी होने का संकेत दिया है. अमूल के बाद मदर डेयरी ने भी दिल्ली-एनसीआर में दूध के दामों में 2 रूपए की बढ़ोतरी की है.
Amul ने दूध की खुदरा कीमतों क्यों बढ़ोतरी की है?
मंगलवार, 16 अगस्त को अमूल के आधिकारिक बयान में कहा गया कि उन्होंने देश भर में ताजा दूध के खुदरा मूल्यों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है, और यह बढ़ोतरी 17 अगस्त से प्रभावी होगी.
'अमूल ताजा' नाम से बिकने वाला दूध के एक लीटर का पैक अब 44-46 रुपये में मिलेगा, जो पहले 42-44 रुपये प्रति लीटर था. फुल क्रीम दूध 'अमूल गोल्ड' का दाम पहले के 60 रुपये प्रति लीटर के मुकाबले अब 62 रुपये प्रति लीटर हो चुका है.
अमूल ने कहा कि एमआरपी में 4 प्रतिशत की मूल्य बढ़ोतरी हुई है, जो मुद्रास्फीति की मौजूदा दर से कम है. यह बढ़ोतरी दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में हुई वृद्धि की वजह से की जा रही है.
पिछले साल की तुलना में अकेले पशु आहार की लागत करीब 20% तक बढ़ गई है. इनपुट लागत में हुई बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए, हमारे सदस्य संघों ने भी पिछले साल की तुलना में 8-9% की रेंज में किसानों की कीमत में बढ़ोतरी की है.
मौजूदा वक्त में दूध का खरीद मूल्य क्या है?
मौजूदा वक्त में 3.5 फीसदी फैट और 8.5 फीसदी एसएनएफ (सॉलिड-नॉट-फैट) वाले दूध का खरीद मूल्य करीब 33-36 रुपये प्रति लीटर है. इस तरह पुणे स्थित प्राईवेट डेयरी 'इंदापुर डेयरी एंड डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड' ने 5 अगस्त को किसानों को से लेने वाले दूध की कीमत 32 रुपये से बढ़ाकर 33 रुपये प्रति लीटर कर दी. यह डेयरी कंपनी 'सोनई' ब्रांड से दूध की खुदरा बिक्री करती है.
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक 'इंदापुर डेयरी एंड डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड' के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दशरथ माने (Dasarath Mane) ने मूल्य बढ़ोतरी के लिए दूध के कलेक्शन में कमी को जिम्मेदार ठहराया.
हमारी डेयरी अब प्रतिदिन 20 लाख लीटर दूध कलेक्शन कर रही है. पिछले अगस्त में यह कलेक्शन करीब 23 लाख लीटर प्रतिदिन था. दूध के दामों में हुई बढ़ोतरी की यह एक मुख्य वजह है.दशरथ माने, चेयरमैन, इंदापुर डेयरी एंड डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड
उन्होंने कहा कि देश भर की डेयरी कंपनियां दूध कलेक्शन में 8-10 फीसदी की कमी दर्ज कर रही हैं. देश के ज्यादातर इलाकों में लगातार हुई भारी बारिश की वजह से हरे चारे की पैदावार कम हुई है. प्रोटीन और खनिज मिश्रण की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे मवेशियों के चारे की लागत बढ़ गई है. दशरथ माने ने आगे कहा कि
लगातार बारिश को देखते हुए गुजरात जैसे कुछ प्रमुख दूध उत्पादक राज्यों में बीमार मवेशियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. गुजरात में ढेलेदार त्वचा रोग एक बड़ी समस्या के रूप में उभरा है, जिससे राज्य के दूध कलेक्शन पर असर हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसीसी डेयरी कंपनी लैक्टालिस प्रभात (Lactalis Prabhat) के सीईओ राजीव मित्रा ने कहा कि महाराष्ट्र में उनके दैनिक दूध संग्रह में 10 फीसदी की गिरावट आई है. मौजूदा वक्त में डेयरी प्रतिदिन 10 लाख लीटर दूध का कलेक्शन कर रही है.
पिछले साल की तुलना में दूध उत्पादन की लागत बढ़ गई है. अकेले मवेशियों के चारे की कीमतों में 25 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, साथ ही संचालन की लागत भी बढ़ गई है. परिवहन, रसद और ऊर्जा लागत में भी बढ़ोतरी हुई है. इनपुट लागत में बढ़ोतरी की वजह से दूध खरीद दरों में पिछले साल की तुलना में 15-25% की बढ़ोतरी हुई है.राजीव मित्रा, सीईओ, लैक्टालिस प्रभात
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