आरोग्य सेतु ऐप को लेकर आरटीआई में पूछे गए सवाल का जवाब देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. न्यूज एजेंसी एएनआई ने मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी के सूत्रों के हवाले से ये बताया है. सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने कहा है कि आरोग्य सेतु ऐप की जानकारी देने में जो भी गलतियां हुईं, उसे गंभीरता से लिया जाएगा. साथ ही जो अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
पूछा गया था- किसने बनाया ऐप?
बता दें कि आरटीआई में पूछे गए एक सवाल में सरकार से इस बात की जानकारी मांगी गई थी कि कोरोना कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने वाले आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया है. इसके जवाब में आरटीआई कार्यकर्ता को बताया कि हमें इसकी कोई भी जानकारी नहीं है कि ऐप को किसने तैयार किया है. जबकि ऐप की वेबसाइट पर साफ तौर पर लिखा है कि नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर और आईटी मिनिस्ट्री ने मिलकर तैयार और डिजाइन किया है.
सूचना आयोग ने भेजा कारण बताओ नोटिस
मंत्रालय की तरफ से दिए गए इस अजीबो गरीब जवाब की शिकायत सूचना आयोग से की गई. जिसके बाद सूचना आयोग ने मंत्रालय समेत तमाम संबंधित विभागों को कारण बताओ नोटिस जारी किया. सूचना आयोग ने कहा कि जब वेबसाइट पर आपका नाम है तो आप ये कैसे कह सकते हैं कि आपको पता नहीं कि आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया है. साथ ही सूचना आयुक्त ने पूछा कि जब सरकार को नहीं पता है कि ऐप किसने तैयार किया है तो इसकी वेबसाइट पर gov.in कैसे लगाया गया?
हालांकि हर तरफ खबरें चलने के बाद सरकार की तरफ से इस मामले को लेकर तुरंत जवाब भी आया. जिसमें बताया गया कि आरोग्य सेतु ऐप भारत सरकार का ही एक प्रोडक्ट है और इसे मंत्रालय और एनआईसी के बेहतरीन दिमागों ने तैयार किया है. MyGovऔर डिजिटल इंडिया के सीईओ अभिषेक सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ही ऐप को तैयार किया है.
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