मिजोरम की राजधानी आइजोल में मंगलवार (28 मई) को हुए कई भूस्खलनों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक पत्थर की खदान ढहने से 11 लोग शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, चक्रवात 'रेमल' (Remal) के कारण आए तूफान के बाद हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है.
मलबे में अभी और शव फंसे, रेस्क्यू जारी
अधिकारियों ने बताया कि अभी कई लोग फंसे हैं, जिन्हें बचाने के लिए रेसक्यू ऑपरेशन जारी है.. उन्होंने कहा, ''इलाके में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण रेसक्यू ऑपरेशन बंद हो गया है."
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कई हाईवेज और प्रमुख सड़कें भी बंद कर दी गई हैं.
अधिकारियों ने बताया कि हंथर में नेशनल हाईवे 6 पर भूस्खलन के कारण आइजोल का संपर्क देश के बाकी हिस्सों से कट गया है.
मृतकों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सुबह 11.15 बजे तक पुष्टि की गई मौतों की संख्या 15 थी. इनमें से 11 शव आइजोल जिले के मेल्थम और ह्लिमेन के बीच एक पत्थर की खदान में भूस्खलन स्थल से बरामद किए गए थे.
लालदुहोमा ने कहा कि मलबे में अभी भी और शव फंसे हुए हैं.
एक अन्य भूस्खलन स्थल से दो और शव बरामद किए गए हैं, जबकि एक अन्य शव तीसरे स्थल से बरामद किया गया है.
हमने राहत कार्य के लिए 15 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है और आज ही हम मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देंगे. तूफान अब थम रहा है लेकिन राज्य के कई हिस्सों में सिग्नल बहुत खराब हैं, इसलिए जानकारी इकट्ठा करना और प्रतिक्रिया देना मुश्किल हो गया है.लालदुहोमा, मुख्यमंत्री, मिजोरम
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि भी मंजूर की है
स्कूल, बैंक और सरकारी ऑफिस बंद
राज्य में खराब मौसम के चलते, प्रदेश सरकार ने आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों को छोड़कर सभी स्कूलों, बैंकों, वित्तीय संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और सरकारी कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है.
सरकार ने निजी क्षेत्र के कार्यालयों को भी जहां तक संभव हो 'वर्क फ्राम होम' मोड अपनाने की सलाह दी है.
मिजोरम के अलावा, असम और मेघालय जैसे अन्य पूर्वोत्तरी राज्यों में भी मंगलवार को तूफान देखने को मिल रहा हैं. असम के हाफलोंग और सिलचर के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गयी है क्योंकि सड़क का एक हिस्सा तूफान में बह गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)