मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत नाज़ुक होने की वजह से अपोलो अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शिफ्ट करके वेंटिलेटर पर रखा गया है. इस बात की जानकारी खुद उनकी बेटी और एसपी नेता सुमैया राणा ने एक वीडियो मेसेज के जरिए दी.
'अगले 72 घंटे बेहद अहम'
उन्होंने कहा “पापा की तबीयत तीन दिनों से खराब है और डायलिसिस के दौरान उनके पेट में दर्द था जिसके चलते डॉक्टर ने उन्हें एडमिट कर लिया. सीटी स्कैन में आया कि उनके गॉल ब्लैडर में कुछ दिक्कत है, जिसके चलते उसकी सर्जरी की गई. तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसके बाद वह वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर चले गए." उन्होंने आगे कहा कि
"हालांकि, डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं और इन्फेक्शन को कम करने की कोशिश की जा रही है. डाक्टरों ने राणा के लिए अगले 72 घंटे काफी क्रिटिकल बताए हैं. उम्मीद है पापा जल्दी ठीक हो जाएंगे.”
वीडियो में उन्होंने लोगों से अपने पिता के जल्द स्वस्थ होने की दुआ करने की अपील की है.
लंबे समय से बीमार हैं राणा
मुनव्वर राणा की तबीयत काफी दिनों से खराब चल रही है. पिछले साल भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें लखनऊ के एसजीपीजीआई (SGPGI) में एडमिट कराया गया था और इससे पहले उनका इलाज दिल्ली में भी हुआ था. राणा किडनी की परेशानी की वजह से डायलिसिस पर चल रहे हैं.
कौन हैं मुनव्वर राणा?
मुनव्वर राणा देश के मशहूर शायर हैं. मुनव्वर राणा ने कई अलग-अलग शैलियों में अपनी गजलें प्रकाशित की हैं. उनके मां पर लिखे हुए शेर सबसे ज्यादा मशहूर हैं. उन्हें मां पर शायरी का शहंशाह कहा जाता है. उन्हें उर्दू साहित्य के लिए 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार और शहीद शोध संस्थान की तरफ से 2012 में माटी रतन सम्मान से नवाजा गया था.
मुनव्वर राणा ने देश में बढ़ती असहिष्णुता के चलते अपना अकादमी पुरस्कार लौटा दिया था और कोई भी सरकारी अवार्ड न लेने का संकल्प लिया है.
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