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"ये जामा मस्जिद है क्या?"...दिल्ली में दिवाली पर जबरन बंद करवाई बिरयानी की दुकान

दिल्ली के बुराड़ी इलाके में Diwali पर जबरन बंद करवाई गई बिरयानी की दुकान, पुलिस कर रही जांच

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उत्तरी दिल्ली (North Delhi) में बुराड़ी के एक बाजार में बिरयानी (Biryani) की दुकान चलाने वाले 31 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति को दिवाली की शाम राइंट-विंग के कुछ लोगों द्वारा धमकाया गया, जिसके बाद उसे दुकान बंद करनी पड़ी.

डीसीपी नॉर्थ, सागर सिंह कलसी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के उद्देश्य से) के तहत मामले में एक प्राथमिकी रिपोर्ट (FIR) दायर किया गया है. पुलिस अभी आरोपियों का पता नहीं लगा सकी है.

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यह घटना गुरुवार, 4 नवंबर को शाम करीब 6.30 बजे हुई.

'हम पंगा नहीं लेना चाहते'

दुकान चलाने वाले मालिक के छोटे भाई ने नाम न छापने की शर्त पर द क्विंट को बताया कि हमने पुलिस में शिकायत या पीसीआर कॉल नहीं की. एसएचओ ने दौरा किया, लेकिन मैंने अभी भी शिकायत की प्रति नहीं दी है. हम पंगा नहीं लेना चाहते हैं.

घटना के समय 31 वर्षीय दुकान के मालिक और उसके कर्मचारी दुकान पर मौजूद थे. उन्होंने उस समय दुकान बंद कर दी क्योंकि वो कोई खतरा नहीं मोल लेना चाहते थे.

घटना के वीडियो में, आदमी दुकान के मालिक और अन्य कर्मचारियों से सवाल करता है, “दुकान कैसे खोल रखी है? तुझे पता नहीं है आज हिन्दुओं का त्योहार है, आज दीवाली है...जामा मस्जिद है क्या ये? टोटल हिंदू रहते हैं यहां पर.

अपशब्दों और सांप्रदायिक गालियों से भरी भाषा में, आदमी आगे बोलता है कि तेरी ईद वाले दिन अगर तेरी मस्जिद के आगे मैं सुअर काटूं तो तुझे अच्छा लगेगा?

दुकानदार के भाई ने द क्विंट को बताया कि उनके दुकान बंद करने के बाद पड़ोसियों और दुकानदारों ने बीच-बचाव कर किसी तरह स्थिति को संभालने की कोशिश की.

2014 में यहां दुकान खोलने और सभी त्योहारों पर इसे खोलने के बाद से हमें किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. पहली बार ऐसा कुछ हुआ है. सभी लोग डरे हुए हैं लेकिन कुछ हिंदू पड़ोसियों और दुकानदारों ने बीच-बचाव किया और मेरे भाई व कर्मचारियों को डराने-धमकाने वाले व्यक्ति को वहां से भगाया. वो चट्टान की तरह उनके साथ खड़े रहे.
बिरयानी विक्रेता का भाई

अगले दिन, जब बिरयानी की दुकान फिर से खुली, तो उस इलाके के प्रॉपर्टी डीलर हिंदू पड़ोसी ने एकजुटता दिखाई.

दुकानदार के पड़ोसी ने द क्विंट से कहा कि सभी त्योहारों पर सभी दुकानें खुली रहती हैं, तो सिर्फ एक दुकानदार को धर्म के कारण क्यों अपनी दुकान क्यों बंद करनी पड़ी ? उन्होंने सिर्फ दुकान खोली है, वो किसी को मांस खाने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं. हमने उस व्यक्ति को जाने के लिए कहा और उसे परेशान नहीं करने के लिए कहा. हम यहां अपने भाई के साथ हैं, इसलिए मैं आज दुकान में हूं.

2.46 मिनट के लंबे वीडियो में, कैमरा भीड़ की ओर बढ़ता है और डराने वाले को मुस्लिम विरोधी षड्यंत्र के सिद्धांतों का प्रचार करते हुए सुना जा सकता है. वो व्यक्ति कहता है कि हमारे हिंदुओ को देखो! सब सोए हुए हैं...जग जाओ, ये सारे लव जिहाद करते हैं हमारे इलाके में आकर हमारी बहन बेटियों को राहुल बनकर फंसाते हैं.

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घटना के एक दिन बाद, जब पुलिस को इस बात की सूचना दी गयी, तो DCP (North) सागर सिंह कलसी ने कहा कि, अभी तक, बुराड़ी पुलिस स्टेशन में कोई पीसीआर कॉल या शिकायत नहीं मिली है. हालांकि, तथ्यों की जांच की जा रही है. कानून के मुताबिक कार्रवाही की जाएगी.

दुकानदार ने बताया कि एसएचओ ने लिखित शिकायत मांगी थी, जिसे देने से उन्होंने इनकार कर दिया. उन्होंने हमें आश्वस्त किया कि हम सुरक्षित हैं, और अगर कोई परेशानी है, तो हमें उनसे संपर्क करना चाहिए. अगर ऐसा दोबारा होता है, तो हम पुलिस के पास जाएंगे, लेकिन अभी मैं अपने लिए और ज्यादा परेशानी नहीं चाहता.

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