36 साल के एक आदमी को सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर शुक्रवार 15 अक्टूबर, सुबह किसान प्रदर्शन (Farmers Protest) स्थल के पास अंग भंग कर मार दिया गया था. पीड़ित के परिवार का कहना है कि "उसे वहां जाने का लालच दिया गया था."
पीड़ित की पहचान लखबीर सिंह (Lakhbir Singh) के तौर पर हुई है. वे जालंधर के पास चीमा खुर्द गांव के रहने वाले थे और मजदूरी किया करते थे.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उनकी हत्या निहंग सिख समुदाय से आने वाले हमलावरों ने कि है. कथित तौर पर यह हत्या सिखों की पवित्र किताब गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान से जुड़ी बताई का रही है.
लखबीर सिंह की बहन राज कौर ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, "उन्होंने 50 रुपए लिए और खंकी वे चाबल में काम करने का रहे हैं व 7 दिन बाद लौटेंगे. मुझे लगा कि वे काम करने गए हैं. वे इस तरीके के आदमी नहीं थे कि गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करें. दोषियों को सजा जरूर होनी चाहिए."
लखबीर सिंह के परिवार में उन्हें गोद लेने वाले माता और पिता, बहन, पत्नी और तीन बच्चे हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक लखबीर नशे का आदी था. उनके ससुर कहते है, उन्हें वहां लालच देकर उन्हें बुलाया गया था. इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए
बता दें कि लखबीर सिंह के कोई राजनीतिक संबंध नहीं हैं. ना ही उनका कोई अपराधिक रिकॉर्ड था.
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