उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में आरोंज गांव के निवासी बीएल यादव बताते हैं कि उनके गांव में लगभग 1200 लोग बीमार हैं, उनमें से करीब 200 लोग हॉस्पिटल में एडमिट हैं.
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बुखार के मामलों में तेजी देखी जा रही है, जिसमें फिरोजाबाद, मथुरा, कासगंज, आगरा, एटा और मैनपुरी शामिल है. इसे रहस्यमयी बुखार कहा जा रहा है.
डॉक्टरों ने ये पाया है कि ये मामले COVID-19 के नहीं हैं, मरीजों में डेंगू जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. तेज बुखार के साथ कई मामलों में प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट देखी जा रही है.
इन जिलों में बुखार से 3 सितंबर तक 71 से ज्यादा मौतें होने की खबर है.
सबसे ज्यादा प्रभावित फिरोजाबाद
सबसे ज्यादा मौतें फिरोजाबाद में दर्ज की गई हैं, यहां 3 सितंबर तक 61 मौतों की रिपोर्ट है, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं.
फिरोजाबाद जिला अस्पताल के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. हंसराज सिंह ने बताया कि इस समय बुखार के रोगी अस्पताल आ रहे हैं, जिनमें बच्चे और बड़े दोनों शामिल हैं.
यहां बीमार बच्चों के लिए 100 बेडों वाला वार्ड बनाया गया है. 2 सितंबर तक इस वॉर्ड में 238 बच्चे भर्ती हुए हैं, जिसमें 78 मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.डॉ. हंसराज सिंह, CMS, जिला अस्पताल, फिरोजाबाद
अचानक क्यों बढ़ गए हैं बुखार के मामले?
फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी कहते हैं कि बारिश का मौसम है, इसलिए मच्छर और इनसे फैलने वाली बीमारी बढ़ गई है.
फिरोजाबाद में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. एल.के गुप्ता कहते हैं कि डेंगू मच्छर के काटने से होता है. ये बच्चों में अधिक हो रहा है क्योंकि बच्चे नाली के आसपास खेलते हैं, पूरे कपड़े नहीं पहनते हैं.
दूसरी वजह बच्चों में पर्याप्त पोषण न होना है, जिससे उनकी इम्यूनिटी अच्छी नहीं होती.डॉ. एल.के गुप्ता, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, फिरोजाबाद
डॉ. गुप्ता बताते हैं कि डेंगू के मरीजों में बुखार के साथ सिर दर्द, पूरे शरीर में दर्द के लक्षण देखे जाते हैं. शरीर पर लाल चकत्ते हो सकते हैं, जिसमें खुजली भी हो सकती है.
वो बताते हैं कि फिरोजाबाद में कुछ बच्चों में लिवर बढ़ा हुआ आ रहा है, पेट में पानी, फेफड़ों में पानी की समस्या देखी जा रही है.
मरीजों के लिए अस्पताल में जगह नहीं, 1 बेड पर 2-3 मरीजों का चल रहा इलाज
स्थानीय लोगों की शिकायत है कि मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल रहा है. अस्पतालों में बेड की कमी है, एक बेड पर 2-3 मरीज हैं. यहां तक कि मरीज को भर्ती कराने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
इस पर फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी कहते हैं कि पूरी व्यवस्था देखी जा रही है और ये जल्द ठीक हो जाएगा.
अगर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल पर ज्यादा लोड होगा, तो वो मरीजों को भर्ती करने में असफल होंगे. स्वास्थ्य कैंप लगा कर बुखार के रोगियों की जांच की जा रही है और जरूरी उपचार उपलब्ध कराए जा रहे हैं.डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, फिरोजाबाद
उनके मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं कि कहीं पानी न भरने दिया जाए.
फिरोजाबाद के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह मोहल्लों और वार्ड्स में सफाई व्यवस्था चल रही है, पानी की निकासी से लेकर फॉगिंग के लिए नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं.
वहीं कई निवासी नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि गंदगी और जलभराव की शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही.
डेंगू और दूसरे वायरल बुखार से बच्चों को कैसे बचाएं
ऐसे मौसम में पूरी बांह वाले कपड़े पहनें, मच्छरों के काटने से बचें
साफ-सफाई का ख्याल रखें, कहीं जलभराव न होने दें
कूलर वगैरह का पानी साफ करते रहें, उसे बदलते रहें
बच्चों को नाली के पास, जलभराव वाली और कूड़े वाली जगह पर जाने से रोकें
बुखार होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं, जरूरी चेकअप कराएं.
(इनपुट: अमन कुमार जैन, फिरोजाबाद और आईएएनएस)
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